बिना आईडी के नहीं कर सकेंगे सिम विक्रय

जिला मजिस्ट्रेट वेदप्रकाश ने लागू की निषेधाज्ञा, दो माह तक रहेगी प्रभावी

bikaner samacharबीकानेर, 23 सितम्बर। जिला मजिस्ट्रेट वेदप्रकाश ने एक आदेश जारी कर धारा 144 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए समस्त मोबाइल कंपनियों के कार्यालयों, अधिकृत दुकानों, काउन्टरों पर बिना कस्टमर एक्वीजिशन फॉर्म की औपचारिकता पूरी किए तथा बिना आईडी के सिम विक्रय करने पर तथा प्री एक्टीवेटेड सिम की बिक्री पर रोक के लिए निषेधाज्ञा लागू की है। यह आदेश आगामी दो माह तक के लिए प्रभाव में रहेगा।
आदेशानुसार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की विभिन्न अधिसूचनाओं के तहत प्री तथा पोस्टपैड कनेक्शन के लिए पहचान के प्रमाणों का शत प्रतिशत सत्यापन आवश्यक है, लेकिन कईं बार उपभोक्ता का सत्यापन पूर्ण नहीं करवाया जाता है। ऎसे में सभी सिम प्रदाता कंपनियां यह सुनिश्चित करें कि सभी सिम कार्ड या कनेक्शन पूर्ण सत्यापन के बाद ही चालू किए जाएं। सीमावर्ती क्षेत्रों में एक भी प्रचलित नम्बर ऎसा नहीं हो, जिसका फार्म भरा न हो तथा सत्यापन पूर्ण न किया हो। आदेशानुसार सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी कंपनियां यह सुनिश्चित करें कि सभी सिम या कनेक्शन दिए जाने से पूर्व उपयोगकर्ता से उसकी पूर्ण पहचान के प्रमाण जैसे राशनकार्ड, आधारकार्ड, मतदाता कार्ड, बिजली पानी के बिल की प्रति आदि की हस्ताक्षर युक्त सुस्पष्ट छायाप्रति आवश्यक रूप से ली जाए तथा मूल पत्रों के आवश्यक रूप से मिलाने व उपभोक्ता के सत्यापन के बाद ही सिम एक्टीवेशन का कार्य किया जाए।

सिम प्रदाता के द्वारा इस कार्य का रजिस्टर संधारित किया जाए, जिसमें जारी की गई सिम तथा उपयोगकर्ता के सम्बंध में सम्पूर्ण जानकारी लिखी जाए। सिम प्रदाता, संदिग्ध आवेदक अथवा उसके द्वारा प्रस्तुत पहचानपत्रों के जाली होने की स्थिति में तत्काल क्षेत्र के थानाधिकारी को आवश्यक रूप से सूचित करने के लिए पाबंद रहेगा। जिले के सभी नागरिकों को इस आदेश की पालना करने के निर्देश दिए गए हैं। यदि कोई व्यक्ति आदेश का उल्लंघन करता है, तो उसे आईपीसी की धारा 188 के तहत अभियोजित किया जा सकेगा।
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राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक 28 सितम्बर को बीकानेर, 23 सितम्बर। एसडीएम राजकीय जिला चिकित्सालय की राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की कार्यकारिणी बैठक 28 सितम्बर को सायं 5 बजे स्वास्थ्य भवन में जिला कलक्टर वेदप्रकाश की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी।
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महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय प्रबंध मंडल की 28वीं बैठक आयोजित

बीकानेर, 23 सितम्बर। महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय प्रबंध मंडल की 28वीं बैठक शुक्रवार को विश्वविद्यालय परिसर में कुलपति प्रो. चन्द्रकला पाडिया की अध्यक्षता में आयोजित की गई।

बैठक में विद्या परिषद की 15वीं बैठक के कार्यवाही विवरण का अनुमोदन किया गया। विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों मंडलों द्वारा सत्र 2016-17 हेतु तैयार किये गये पाठ्यक्रमों का अनुमोदन किया गया, साथ ही आगामी 22 दिसम्बर 2016 को प्रस्तावित दीक्षान्त समारोह हेतु विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के अन्तर्गत संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों की वर्ष 2015 में आयोजित परीक्षाओं में उत्तीण्र रहे 84 हजार 4 विद्यार्थियों की डिग्रियों का अनुमोदन व 1 जनवरी 2015 से 31 दिसम्बर 2015 की अवधि में शोध कार्य सम्पन्न कर चुके 67 विद्या-वाचस्पति उपाधियों का अनुमोदन भी किया गया। विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित होने वाले दीक्षान्त समारोह हेतु डे्रस कोड में कलर के निर्धारण का प्रस्ताव पारित किया गया। सत्र 2016-17 से शिक्षा पाठ््यक्रम के अन्तर्गत प्रस्तावित चार वर्षीय बीए-बीएड एवं बीएएससी बी.एड, तीन वर्षीय बीएड-एमएड पाठ््यक्रम को अंगीकृृत करने का प्रस्ताव पारित किया गया।
सम्बद्धता प्राप्त महाविद्यालयों में अयोग्य/अप्रात्र छात्रों को प्रवेश प्रदान करने पर स्नातक स्तर पर 30,000 प्रति छात्र एवं स्नातकोतर स्तर (पूर्वाद्र्ध) पर 50,000 रु प्रति छात्र शास्ति आरोपित करने का प्रस्ताव पारित किया गया।

बैठक में विश्वविद्यालय से स्थायी संबद्धता प्राप्त 17 महाविद्यालयों की स्थायी संबद्धता को शतार्ें की पालना न करने के कारण स्थायी संबद्धता स्थगित करने का प्रस्ताव पारित किया गया। विश्वविद्यालय परिसर में 100 फीट का राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने एवं स्वामी विवेकानन्द की मूर्ति स्थापित करने का प्रस्ताव पारित किया गया। विश्वविद्यालय परिसर में सौर ऊर्जा संयंत्रों को स्थापित करने का प्रस्ताव पारित किया गया। विश्वविद्यालय में राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत किये गये अशैक्षणिक पदों की योग्यता के निर्धारण संबंधी प्रस्ताव भी पारित किये गये। प्रबंध मंडल द्वारा विश्वविद्यालय में सेन्टर फॉर एन्टरप्रेन्योरशिप टू स्मॉल टूरिज्म मैनेजमेंट स्थापित करने का प्रस्ताव पारित किया गया।

बैठक में प्रमुख शासन सचिव वित्त के प्रतिनिधि के रुप में संभागीय आयुक्त सुवालाल, कुलसचिव यशवंत भाकर, विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता एवं परीक्षा नियंत्रक प्रो. एम.एम. सक्सेना, शिक्षा संकाय के अधिष्ठाता डॉ. सुरेन्द्र सहारण, राज्य सरकार के प्राचार्य प्रतिनिधि के रुप में डॉ. एस.एन. शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव उच्च शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि के रुप में एम.एस. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. उमाकान्त गुप्त,उपकुलसचिव डॉ बिठ्ठल बिस्सा उपस्थित थे।
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किसानो के लिए मौसम आधारित सलाह, देरी से बोई गई फसलों को करें बचाने का प्रयास

बीकानेर, 23 सितम्बर। भारतीय मौसम विज्ञान केन्द्र, नई दिल्ली एवं जयपुर से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर जिले में आगामी 5 दिनाें में दिन का तापमान 40-41 डिग्री व रात का तापमान 25-26 डिग्री सै. के आसपास रहने, आपेक्षिक आर्द्रता लगभग 55-60 प्रतिशत रहने के साथ कम गति से हवाएँ चलने और वर्षा नहीं होने की संभावना है।
ग्रामीण कृषि मौसम सेवा, कृषि अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर द्वारा इस मौसम पूर्वानुमान के आधार पर जिले के किसानों कोे सलाह दी जाती है कि आने वाले दिनों में दिन के तापमान के बढने तथा रात्रि के तापमान के स्थिर रहने के साथ आपेक्षिक आर्द्रता के बढ़ने तथा कम गति की हवाएँ चलने और वर्षा नहीं होने की संभावना है। समय पर बोई गई फसलों जैसे बाजरा, ग्वार, मोठ आदि में दाना बनने की अंतिम अवस्था है। तापमान बढ़ने से फसलों में पकाव शीघ्र होगा और उपज कम रह सकती है, अतः किसान जहां तक संभव हो, खरीफ की फसलों में म्लानि के लक्षण दिखाई देने पर एक जीवन रक्षक सिंचाई प्रदान करने का प्रयास करें। संभव हो तो कटाई के लिए तैयार अगेती मूंग, मोठ आदि फसलों की कटाई करके उपज को सुरक्षित स्थान पर रखें। मूँगफली की खड़ी फसल में जड़ गलन रोग की की रोकथाम के लिए कार्बेण्डिज्म नामक दवा को 2.0 किग्रा. है. की दर से वर्षा होने के साथ या सिंचाई पानी के साथ मिट्टी में मिलाकर खेत में भुरकें और आवश्यकता होने पर 15 दिन बाद दोहरावें। इस माह के अंत तक मुली, गाजर, बरसींम आदि फसलों की बुवाई की तैयारी करें। बरसींम की पहली कटाई से अधिक चारा उत्पादन लेने के लिए बरसींम के बीज के साथ चायनीज सरसों या चारे वाली जई की किस्मों को मिलाकर बुवाई करें। पशुओं को अन्तः परजीवी नाशक दवाई पशु-चिकित्सक की सलाह अनुसार नियमित देवें।
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विश्व पर्यटन दिवस पर संग्रहालय में रहेगा निःशुल्क प्रवेश

बीकानेर, 23 सितम्बर। विश्व पर्यटन दिवस (27 सितम्बर) के अवसर पर गंगा राजकीय संग्रहालय में देशी-विदेशी पर्यटकों तथा आमजन का प्रवेश निःशुल्क रहेगा। संग्रहालय वृत अधीक्षक जफर उल्लाह खान ने अधिकाधिक लोगों से संग्रहालय में पहुंच कर प्राचीन भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति से रूबरू होने के अवसर का लाभ उठाने की अपील की है।
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उपभोक्ता पखवाड़ा के दौरान प्राप्त कर सकेंगे राशन सामग्री

बीकानेर, 23 सितम्बर। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत पंजीकृत लाभार्थी उचित मूल्य दुकानदार के माध्यम से सितम्बर माह के लिए राशन सामग्री 10 से 30 सितम्बर तक घोषित उपभोक्ता पखवाड़ा के दौरान प्राप्त कर सकते हैं।
जिला रसद अधिकारी पार्थ सारथी ने बताया कि सम्बंधित उचित मूल्य दुकानदार 30 सितम्बर तक उचित मूल्य दुकान खोलकर पॉस मशीन के माध्यम से संबंधित उपभोक्ताओं को राशन सामग्री का नियमानुसार वितरण सुनिश्चित करेंगे। इसके अतिरिक्त उचित मूल्य दुकानदारों को पाबन्द किया गया है कि वे पॉस मशीन से ही राशन सामग्री का वितरण करें। इसके लिए संबंधित क्षेत्र के प्रवर्तन अधिकारी व निरीक्षकाें को पाबंद किया गया है कि वे इस संबंध में पूर्ण सुनिश्चित करवाएं कि राशन सामग्री का वितरण पोस मशीन से ही हो।
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बैठक शनिवार को

बीकानेर, 23 सितम्बर। विधानसभा निर्वाचक नामावली का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अर्हता 1 जनवरी 2017 के आधार पर किया जाएगा। इसके लिए विस्तृत कार्यक्रम आयोग द्वारा जारी कर दिया गया है। जिले में त्रुटि रहित नामावली तैयार करने के सम्बंध में विचार करने के लिए शनिवार को प्रातः 11 कलक्ट्रेट में बैठक का आयोजन किया जाएगा। बैठक में विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। उप जिला निर्वाचन अधिकारी हरि प्रसाद पिपरालिया ने यह जानकारी दी।
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ठोस एवं तरल कचरा निष्पादन गंभीरतापूर्वक किया जाए

बीकानेर 23 सितम्बर। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी. एल. मेहरड़ा ने ठोस एवं तरल कचरा निष्पादन परियोजनाओं को तत्परता से पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन के तहत आयोजित ग्राम सेवकों, सरपंचों, अभियंताओं एवं विकास अधिकारियों की कार्यशाला में ये निर्देश दिए। जिला परिषद सभागार में आयोजित कार्यशाला में जिले की 58 ग्राम पंचायतों के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से स्वीकृत एसएलडब्लूएम परियोजनाओं के संचालन में ग्राम पंचायतों द्वारा बरती गई शिथिलता के कारण जिले में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन को लेकर माकूल कार्य नहीं हुए है जो काफी खेद जनक है।
अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेंद्र सिंह पुरोहित ने ग्रामसेवकों को पाबंद किया कि जिन-जिन कायोर्ं के प्रस्ताव स्वीकृत किये जा चुके हैं, उनके पूर्णता प्रमाणपत्र अक्टूबर में आवश्यक रूप से प्रस्तुत किये जावे, जिसमें आगामी कायोर्ं की राशि जारी की जा सके। पुरोहित ने अलग-अलग ग्राम पंचायतों के कायोर्ं की समीक्षा करते हुए ग्रामसेवकों को कायोर्ं में ढिलाई नहीं बरतने की चेतावनी दी। उन्होंने सभी 58 ग्राम पंचायतों के ग्राम सेवकों से कहा कि आगामी 15 दिवस में सभी कार्य पूर्ण कर ग्रामीण क्षेत्रों में ठोस एवं तरल कचरे का समग्र प्रबंधन सुनिश्चित नहीं किया गया तो कायोर्ं में लापरवाही मानते हुए आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
जिला समन्वयक महेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि जिले की 58 ग्राम पंचायतों में राज्य सरकार द्वारा इसके तहत 40 लाख रूपये के प्रोजेक्ट प्रत्येक पंचायत के लिए स्वीकृत किये हुए हैं, जिनके तहत गंदे पानी और कचरे के प्रबंधन किये जाने हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक 42 ग्राम पंचायतों में कार्य शुरू हुए हैं। जिनकी भी गति बहुत धीमी है। जिला समन्वयक ने बताया कि घरों में सोखता गड्डे बना कर गंदे पानी की समस्या को आसानी से खत्म किया जा सकता है, जिसके प्रति जागरूकता की आवश्यकता है। इनके अतिरिक्त रीचार्ज वेल, नालियाँ, कचरा पात्र, कचरा परिवहन आदि के प्रबंध भी प्रोजेक्ट में किये गए हैं, जिनसे गांवों में बेहतर सफाई प्रबंध किये जा सकते हैं। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कार्यशाला से अनुपस्थित रहे सभी ग्रामसेवकों एवं कनिष्ठ तकनिकी सहायकों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।
—– मोहन थानवी

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