टोंक। प्रदेश में बिते दिनों जारी हुए माध्यमिक बोर्ड परीक्षा के परिणामों में उत्तर पुस्तिकाओं की जांच और नम्बरों को जोड़ में गलती की शिकार हुए टोंक जिले की छात्रा प्रि्यंका शर्मा को आखिरकार उसकी मेहनत का फल उत्तरपुस्तिकाओं की दोबारा जांच के बाद मिल गया. और उसी के चलते परीक्षा परिणामों आज एक बड़ा उलटफेर हुआ है….यह उलटफेर टोंक जिले के मालपुरा के राजकीय सीनियर सैकंडरी विद्यालय में हुआ है जहां से छात्र राकेश गुर्जर ने 12 वी कला वर्ग में प्रदेश की वरियता में पहला स्थान प्राप्त कर जिले का गौरव बढ़ाया था…आज फिर से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर से 12 वीं कला वर्ग की परीक्षार्थी प्रियंका शर्मा ने पूनर्मूल्यांकन के बाद नया इतिहास रच प्रदेश की वरियता सूची में चौथा स्थान हासिल किया है…दरअसल टोंक जिले की मालपुरा कस्बे की राजकीय सीनियर सैकंडरी स्कूल में 12 वी कक्षा में कला वर्ग में अध्ययनरत प्रियंका शर्मा ने परीक्षा भी दी..और परिणाम भी आया लेकिन साथी राकेश गुर्जर ने प्रदेश की वरियता में पहला स्थान हासिल कर नाम रोशन कर दिया…बस प्रियंका की उम्मीदों पर पानी फिर गया…लेकिन प्रियंका ने हार नहीं मानी और उत्तर पुस्तिकाओं की दोबार जांच के लिए आवेदन किया…जांच का परिणाम जब आज आया तो पूरे परिवार में दिवाली सा माहौल हो गया…स्कूल में फिर से मिठाई लाई गई..और सारे बच्चों मे ंउत्साह के साथ बांटी गई…क्योंकि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने छात्रा प्रियंका शर्मा के राजनैतिक विज्ञान विषय के प्राप्त अंकों के जो़ड़ में हुई गलती मानी…और यह गलती मानते हुए दोबार परिणाम जारी कर वरियता सूची में चौथा स्थान दिया…स्कूल के प्रधानाध्यापक गिरधर सिंह ने बताया कि क्षेत्र के चैनपुरा निवासी प्रियंका शर्मा ने 12 वीं कला वर्ग की एक्जाम दिया था..जिसके परिणामों को लेकर छात्रा संतुष्ठ नहीं थी..छात्रा ने दोबारा जांच के लिए आवेदन किया तो परिणामों में राजनैतिक विज्ञान विषय के अंकों में गलती सामने आई…जिसमें बोर्ड परीवीक्षकों द्वारा कुल अंक 100 थे उसमे से उसे 27 अंक प्राप्त होना दर्शाया गया था साथ ही संत्राक के रूप में 20 अंक अलग से दर्शाये गए…जिससे उसका कुल प्राप्त अंक मात्र 47 हो रहा था..आज जब परिणाम सामने आया तो 27 अंकों की जगह 72 अंक प्राप्त होना पाया गया..जिसकी गलती बोर्ड ने मानी और आज उसका दोबारा परीक्षा परिणाम जारी कर प्रतिलिपी भेजी गई है…अब छात्रा भी खुश है और प्रदेश के पहले एक ही सरकारी स्कूल से दो छात्राों के प्रदेश की वरियता सूची में स्थान मिलने से स्कूल का भी गौरव बढ़ा है…जो वाकई बड़ी सफलता है..छात्रा प्रियंका शर्मा ने भी परिणाम से संतुष्टि जाहिर करते हुए सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरूजनों को दिया है…माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की वैसे तो यह पहली गलती नहीं है..इससे पहले भी कई छात्र अपना सम्मान का हक खो चुके है..लेकिन ना तो शिक्षा विभाग की ओर से लापरवाह कार्मिकों के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई है…ना ही खुद शिक्षा मंत्री इस पर कोई गम्भीर नजर आते है..
पुरूषोत्तम जोशी टोंक