कच्ची बस्ती वाले बच्चों की अबकी बार होगी ’’सच्ची दिवाली’’

’अंकन कला संस्थान’ के रजत जयंती वर्ष पर बच्चों को मिलेगा उपहार

bhilwara-newsआज़ाद नेब / भीलवाड़ा, 20 अक्टूबर। भीलवाडा शहर की झुग्गी-झोंपडियों तथा कच्ची बस्ती में रहने वाले गरीब-बेसहारा तथा अनाथ बच्चों के लिए इस बार की दीपावली खुशियों की सौगात तथा बहुत कुछ अच्छा लेकर आने वाली हेे। वास्तव में इस बार की दीपावली उनके लिए ’’सच्ची दिवाली’’ साबित होने वाली हेै।
भीलवाडा के चित्राकारों की अंकन कला संस्थान द्वारा गरीब -बेसहारा तथा अनाथ बच्चों के लिए उन्हीं के द्वारा बनाये गये चित्रों की प्रदर्शनी 22 और 23 अक्टूबर को सूचना केन्द्र में लगाई जायेगी तथा उनकी बिक्री से प्राप्त राशि को दीपावली भेंट के रुप में बच्चों को वितरित की जायेगी जिससे ये बच्चे इस बार की दीपावली को खास तरीके से ’’सच्ची दिवाली’’ के रुप में मना सकेंगे और अपने भविष्य की राह सुगम बना सकेंगे।
’’अंकन कला संस्थान’’ के कल्याण जोशी ने बताया कि संस्थान के 25 वर्ष पूर्ण होने पर रजत जयन्ति वर्ष के रुप में 2017 तक मनाये जाने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला में अंकन कला संस्थान द्वारा गत एक माह तक झुग्गी-झोंपडी तथा कच्ची बस्ती में रहने वाले गरीब-बेसहारा बच्चों के लिए कार्यशाला आयोजित की गई। बच्चों को कागज और रंग दिये गये और उनमें थोडी सी समझ पैदा की गई। खुले आसमान जैसे खाली कागज पर बच्चों की आडी-तिरछी लकीरें, पेड, पहाड, शेर……… रंग और आकृतियों के अद्भुत सृजन ने बता दिया कि रंगों के इस आसमांन पर सबका समान अधिकार है।
बच्ची बस्ति वाले बच्चों के लिये कार्यशाला आयोजित करने का विचार तब आया जब शहर की एक दिवार पर चित्राकार के.जी. कदम चित्रा बना रहे थे और ये बच्चे उनको घेर कर देख रहे थे। बच्चों की आंखों में रेग की प्रति आकर्षण को देखकर जब उनसे पूछा गया क्या तुम भी चित्रा बनाना चाहते हो, बच्चें ने हां में जवाब दिया मगर कहा कि हमारे पास रंग नहीं है। बच्चों के इसी उत्साद को देखते हुए अंकन कला संस्थान ने उनके साथ कार्यशाला आयोजित करने का विचार बनाया तथा अंकन के 8 चित्राकारों ने कार्यशाला में बच्चों का मार्गदर्शन किया।
उन्होंने बताया कि ’सच्ची दिवली’ इन्हीं बच्चों द्वारा बनाये गये अद्भुत चित्रों की प्रदर्शनी है। ढेरांे रंग-बिरंगे चित्रों के साथ नन्हें कलाकारों से एक मुलाकात के साथ ही इनके चित्रों की हाथो-हाथ बिक्री की जायेगी। भीलवाडा के उद्योगपतियों, व्यवसाइयों तथा प्रबुध्द नागरिकों को प्रदर्शनी में आमंत्रित किया गया है जिन्होंने चित्रों को खरीदने में रुचि भी दशाई है। प्राप्त पूरी राशि को इन बच्चों के कल्याण तथा इस बार की दिपावली को यादगार बनाने पर ही खर्च किया जायेगा।
अंकन कला संस्थान के अंतर्राष्ट््रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त व फड कलाकार कलाविद् रमेश गर्ग, राष्ट््रपति पुरस्कार प्राप्त चित्राकार कल्याण जोषी, प्रकाश जोशी, गोपाल जोशी, के.जी. कदम, रंगकर्मी गोपाल आचार्य आदि ने गरीब व बेसहारा बच्चें की इस बार की दिपावली को ’सच्ची दिवाली’ बनाने का बीडा उठाया है।
प्रदर्शनी 22 व 23 अक्टूबर को सूचना केन्द्र में जारी रहेगी।

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