पक्षी विहार केंद्र मेनार में पक्षियों की मौत का मंजर

zzzसंजय मेघवाल मेनार ।= जहां एक और वल्लभनगर उपखंड क्षेत्र के पक्षी विहार केंद्र मेनार के ग्रामवासी पक्षी विहार केंद्र को बनाए रखने एवं दोनों जलाशयों के स्वच्छता के लिए युवा विभिन्न योजनाए बना रहे है वही बिजली विभाग एवं सबंधित प्रशासन की लापरवाही के चलते पक्षी विहार मेनार में पक्षियों पर मौत का मंजर हावी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पक्षी विहार केंद्र मेनार के धण्ड तालाब एवं ब्रह्म सागर तालाब के ऊपर से गुजर रही हाई वॉल्टेज लाइन के तार कई पक्षियों की मौतों का कारण बन चुके हैं। हाल ही ब्रह्म सागर तालाब के पास गुजर रहे बिजली के तार से टकरा कर महोख (ग्रेटर कूकल) नाम की चिडिय़ा की मौत हो गई। तालाब के पास ही आकर यह चिडिय़ा रूकी और कुछ समय बाद फिर उडऩे ही जा रही थी कि तालाब के ऊपर से गुजरे बिजली के तार से टकरा गई जिससे वह झुलस कर तालाब में गिर गई। इसे देख साथी पक्षी आस-पास आ गए । कॉमन कूट पक्षियों के झुण्ड ने घायल चिडिय़ा महोख को किनारे लाने का प्रयास किया। इसी दौरान पक्षी को तड़पता देख पास ही तालाब किनारे खड़े पक्षी मित्र धमेंद्र मेनारिया की नजर पड़ी तो तुरंत पानी में उतर कर चिडिय़ा को बाहर निकाला । मौके पर पक्षी प्रेमी युधिष्ठिर मेनारिया ,देवीलाल रूपावत ,नरेश मेनारिया ,एवं ललित मेनारिया भी सहित कई ग्रामीण मौके पर पहुंच गयामौके पर पहुच गए । कुछ देर रखा ही था लेकिन तब तक चिडिय़ा ने दम तोड़ दिया ।

तालाब के ऊपर से गुजर रही 11 केवी से कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
l_hightension-line-at-menar-pond-5858e2d759dd2ब्रह्म सागर और धण्ड तालाब के ऊपर से गुजर रही 11 केवी लाइन से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। कई बार विभाग को चेताया गया। उपखण्ड अधिकारी के समक्ष भी पक्षी मित्रों एवम् ग्रामीणों ने ये बात रखी लेकिन अब तक बिजली की लाइन को नहीं हटाया गया।

आए दिन छोटे-मोटे पक्षी इन तारों से टकरा कर घायल होते रहते हैं। कभी ये मर भी जाते हैं । तालाब के मध्य पानी में बिजली के पोल लगे होने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है । हर पल तालाब में करंट फैलने का डर सता रहा है। गांव के मध्य में होने से तालाब के आस पास लोगों की आवाजाही रहती है गांव के लोग स्नान घाट पर ही करते हैं। तारों के नीचे ही स्नान घाट बना हुआ है। बिजली के पोल तार टूटने से पूरे तालाब में करंट फैलने का डर बना हुआ है ।
ग्रामीणों और पक्षी मित्रों ने कई बार शिकायत कर विद्युत लाइन को तालाब से हटाने के लिए शिकायत दी। लेकिन पिछले कई वर्षों से लाइन जस की तस डाली हुई है। ये यहां आने वाले पक्षियों के साथ पक्षीविद् पर्यटकों व अन्य लोगों के लिए खतरे का सबब है। ज्ञात हो कि मेनार के दोनों जलाशयों पर प्रतिवर्ष देशी विदेशी प्रजातियों के पक्षी प्रवास के लिए आते हैं । पक्षी विहार मेनार तालाब में पक्षियों का आवास है।

पंचायती पहल अब तक रही बेअसर = ।
उल्लेखनीय है कि पिछले कई अरसे से सरकार आपके द्वार अभियान, लोक अदालत अभियान , जनसुनवाई अभियानो में आयोजित शिविरों में ग्रामीणों ने पंचायत प्रशासन एवं विभाग के आला अधिकारियों को इस संबंध में अवगत कराया एवं लिखित शिकायत दी । पंचायत ने संज्ञान लेते हुए संबंधित विभाग को दिशा-निर्देश भी दिए लेकिन लचीली व्यवस्था के चलते अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं होने से पंचायत की पहल बेअसर साबित हुई है । इस लचीली व्यवस्था का खामियाजा बेजुबान परिंदों को उठाना पड़ रहा है।

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