आधुनिक भारत के राजर्षि थे दीनदयाल: किरण

उदयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव व विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय आधुनिक भारत के राजर्षि थे। उन्होनें राजनीति में देश धर्म सर्वाेपरि को सूत्र मान कर कार्य किया था। वे राष्ट्र कार्य को धर्म कार्य मानते थे।
किरण ने कहा कि दीन दयाल जी प्रखर चिंतक, उत्कृष्ट साहित्यकार एवं विकास के नव प्रादर्श श् एकात्मक मानववादश् के प्रणेता थे। एक राष्ट्र एक संस्कृति का आव्हान कर उन्होनें विघटनकारी शक्तियों के विरुद्ध जन जागरण का महत्ती कार्य किया था।
दीन दयाल जी के जन्मदिवस के उपलक्ष में मृगेन्द्र भारती ने श्भारत के समक्ष आर्थिक चुनौतियां विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया। अध्यक्ष प्रो. कैलाश सोडानी ने कहा कि विदेशी पूंजी के मोह में सरकार राष्ट्रीय हितों से समझौता कर रही है। महासचिव सत्यनारायण माहेश्वरी ने कहा कि सरकार एकात्म मानववाद पर गंभीर शोध कर भारत के विकास की नई अवधारणा विकसित करें। समाज में असमानता के कारण विकास शोषण का पोषक हो जाता है।
परिचर्चा में नरेन्द्र पोरवाल, चेतन लुणदिया, के.एल. समदानी, ललीत प्रसाद माहेश्वरी, योगेश पोखरना, जगदीश देवपुरा, इन्दरसिंह मेहता ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संचालन प्रवक्ता अनिल चतुर्वेदी ने किया।

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