सभी संभागों में पानी की छीजत रोकने के लिए बनाई जाएगी कार्ययोजना

VSHL7954जयपुर, 16 जनवरी। जलदाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री जेसी महान्ति ने कहा कि जापान के तकनीकी सहयोग से विभाग ने जयपुर शहर में पानी की छीजत को 40 प्रतिशत से 15 प्रतिशत पर ला दिया है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में एनआरडब्ल्यू (नॉन रेवेन्यू वाटर रिडक्शन) को सभी संभागों की योजना बनाकर पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
श्री महान्ति सोमवार को जयपुर में आयोजित एनआरडब्ल्यू की दो दिवसीय सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जयपुर शहर में प्रतिदिन 47 करोड़ लीटर पानी सप्लाई की जाती है, जिसमें से 15 करोड़ लीटर पानी छीजत में व्यर्थ बह जाता है। विभाग ने जापानी कंपनी जायका (जापान इंटनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी) का तकनीकी सहयोग से शहर के मानसरोवर, चित्रकूट, आदर्श नगर और बनीपार्क क्षेत्रों का चयन कर वहां मीटर, जर्जर पाइप लाइनों को बदला और कई तकनीकी बदलाव किए। यही नहीं जापानी तकनीक से सुसज्जित आधुनिक उपकरणों जैसे लीकेज डिटेक्टर, जोन स्कैनर के जरिए बहुत कम समय में लीकेज ढूंढ़कर उन्हें सही करने में काफी मदद मिली। नतीजन पानी की छीजत में जबरदस्त कमी आई। उन्होंने कहा कि जल्द ही जयपुर शहर के साथ पूरे प्रदेश को एनआरडब्ल्यू से जोड़ा जाएगा।
सेमिनार में सहायक अभियंता श्रीमती रश्मि गोदारा ने मानसरोवर, बनीपार्क, आदर्श नगर और चित्रकूट क्षेत्र में मजाइका द्वारा किए गए कार्यों की प्रगति से अभियंताओं और विशेषज्ञों को अवगत कराया। श्रीमती गोदारा ने बताया कि पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में मानसरोवर और आदर्श नगर क्षेत्र में एनआरडब्ल्यू से करीब 10 से 15 फीसदी कमी आई।
अधीक्षण अभियंता श्री केशव श्रीवास्तव ने जयपुर शहर में एनआरडब्ल्यू को लागू करने की योजना का प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने बताया कि इसके तहत एनआरडब्ल्यू सेल, आईटी सेल, मैपिंग सेल, ट्रेनिंग सेल का गठन किया जाएगा। पूरे शहर को कवर करने के लिए 5 साल की योजना प्रस्तुत की, जिसके अनुसार शहर के सभी खराब मीटरों, जर्जर पाइप लाइनों को बदलने, फ्लोमीटर, वाल्व, स्काडा सिस्टम लगाने का काम किया जाएगा। इसमें करीब 1690 करोड़ रुपए खर्च होना अनुमानित है।
इस दौरान बेंगलूरु वाटर सप्लाई एवं सीवरेज बोर्ड के अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्री अमृतेश और उनके सहयोगी श्री अनवर मिर्जा ने जाइका द्वारा वहां किए कार्यों का प्रस्तुतिकरण दिया।
इससे पहले प्रमुख शासन सचिव श्री जेसी महान्ति ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। जाइका इंडिया के श्री एमपी सिंह ने भी देश भर में किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर जापान से आए विशेषज्ञों के अलावा विभाग के 80 से ज्यादा उच्चाधिकारियों ने सेमिनार में शिरकत की और अपने अनुभव साझा किए। सेमीनार का उद्देश्य जयपुर में पानी की छीजत को कम करने के लिए कर्मचारियों की क्षमता का समवर्धन करना और तकनीकी और परिचालन संबंधी क्षमता का विकास करना है।
दो दिवसीय सेमिनार का समापन मंगलवार को जलदाय मंत्री श्री सुरेन्द्र गोयल करेंगे। इस अवसर पर दिल्ली जल बोर्ड के श्री वीरेन्द्र कुमार और जाइका के श्री केंजी नाकनोसोनो अपनी केस स्टडी को अभियतांओं के साथ साझा करेंगे।

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