जयपुर, 20 जनवरी (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा झालाना संस्थानिक क्षेत्र स्थित कार्यालय ’’अकादमी संकुल’’ में षुक्रवार, 20 जनवरी, 2017 को मासिक साहित्यिक (अदबी) गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी की अध्यक्षता ब्यावर के साहित्यकार प्रो0अर्जुन कृपलानी ने की। गोष्ठी में सर्वश्री कन्हैया अगनानी ने कहानी ’’मेहनत जी कमाई’’ डा0खेमचंद गोकलानी ने गज़ल ’’जिन्दगीअ सां षिकायत’’, ब्यावर के प्रो.अर्जुन कृपलानी ने कहानी ’’समझौते जे सलीब ते’’ गोविन्द राम खेमचंदानी ’पदम’ ने कविता ’’डियारीअ जा दीया’’ डा0किषनचन्द, टोंक ने कविता ’’षिरोमणी सन्त लीलाषाह सन्त’’, ज्योति राज पहलवानी ने कविता ’’धीयरियू त खपन ही खपन’’, हेमा मलानी ने कविता ’’सिन्धी सुहिणा’’, गिरधारी लाल ने कविता ’’नंढरो नींगर’’, नन्दिनी पंजवानी ने कविता ’’मुहिंजो वजूद’’, दयाल दास ईसराणी ने कविता ’’उम्र जी संझा’’ हेमनदास मोटवानी ने कविता ’’हेमूं कालाणी ऐं ख्याल आयो त हून्दो’’, गोपाल ने कविता ’’ छा थींदो मुहिंजे देष जो’’, रोमा चांदवानी ने कविता ’’दास्तानु आहे सिन्धु जो’’ एवं राजकुमारी करनानी ने कविता प्रस्तुत की।
गोष्ठी में अकादमी के पूर्व सदस्य, सिन्धी भाषी साहित्यकार, पत्रकार आदि उपस्थित थे।
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