रीको ने सर्वाधिक 473.44 करोड़ का लाभ अर्जित किया

राज्य में राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इंवेस्टमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (रीको) ने उच्च विकास गति बनाए रखते हुए वर्ष 2011-2012 में सर्वाधिक 473.44 करोड़ रुपये लाभ अर्जित किया, यह गतवर्ष की तुलना में 67.82 फीसदी अधिक है। यह घोषणा निगम अध्यक्ष सुनील अरोड़ा ने बुधवार को उद्योग भवन में निगम की 43वीं वार्षिक आम बैठक में की।

अरोड़ा ने बताया कि निगम ने 30 फीसदी लाभांश के तौर पर 63.06 करोड़ रुपये का भी भुगतान किया तथा आलोच्च अवधि में कुल 1029.88 करोड़ रुपये की आय अर्जित की, जो गतवर्ष की तुलना में 41.72 फीसदी अधिक है।

इस अवसर पर मौजूद निगम के प्रबंध निदेशक राजेंद्र भाणावत ने बताया कि उक्त अवधि में आधारभूत सुविधाओं से 883.81 करोड़ रुपये की वसूली हुई, जबकि गत वर्ष में यह राशि 704.32 करोड़ रुपये थी। रीको ने इस मद में 835.15 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य रखा था। रीको के 26 इकाई कार्यालयों में से 19 ने सौ फीसदी से अधिक वसूली का लक्ष्य पार किया। निगम ने उक्त अवधि के दौरान आधारभूत सुविधाओं के विकास एवं रख-रखाव पर 618.78 करोड़ रुपये व्यय किये, जबकि गत वर्ष यह राशि 306.88 करोड़ रुपये ही थी।

निगम ने 31 मार्च 2012 को समाप्त वर्ष के दौरान 30 फीसदी लाभांश के रूप में कुल 63.06 करोड़ रुपये लाभांश की घोषणा की है, जो कि कारपोरेट लाभांश, पर्याप्त लाभ एवं नगद प्रवाह के आधार पर निर्धारित किया गया।

भाणावत ने बताया कि वर्ष 2011-12 के दौरान 167.65 करोड़ रुपये सावधि ऋण सहायता दी गई। निगम ने प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अक्षय ऊर्जा क्षेत्र को सर्वाधिक 80.45 करोड़ रुपये का ऋण स्वीकृत किया। इसने विभिन्न परियोजनाओं के लिए सर्वाधिक 253.63 करोड़ रुपये की ऋण सहायता दी, जबकि गत वर्ष यह राशि 212.44 करोड़ रुपये थी। अन्य क्षेत्र जिन्हें सावधि ऋण जारी किए गए उनमें वस्त्र, सेवा, इस्पात, पावर केबल, रियल एस्टेट, रसायन एवं प्लास्टिक, हेल्थ केयर और आईटी सेक्टर शामिल हैं।

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