जिला षिक्षा अधिकारी का षिक्षा में कम राजनीति में ध्यान ज्यादा

जिले में गिर रहा है षिक्षा का स्तर

baran samachar ललित मोहन खण्डेलवाल
“बारां 25 मार्च। बारां जिले में माध्यमिक व प्रारभ्भिक का प्रभार संभाले जिला शिक्षा अधिकारी पांचूलाल सैनी इन दिनों शिक्षा से अलग हटकर राजनैतिक विवादों में ज्यादा घिरे हुए है। खुद भाजपा के ही लोग इन्हें शिक्षा के बजाय राजनीति का ज्ञान ज्यादा बांटने का आरोप लगाते हुए विवादों के कटघरे में खडा करते दिखाई दे रहे है। शिक्षा विभाग से जुडे शिक्षकों ने सीधे-सीधे जिला शिक्षा अधिकारी पांचूलाल सैनी पर जिले में शिक्षा का स्तर कमजोर करने तथा शिक्षा के क्षेत्र में राजनीति को बढावा देने का आरोप लगाते हुए उन पर राजनेताओं की चाटुकारिता करने की बात कही। हालांकि कहने मंे तो जिला शिक्षा अधिकारी है, लेकिन सामान्य ज्ञान की दृष्टि से वह स्वयं इतने कमजोर है कि उन्हें यह तक पता नही है कि बारां जिले के प्रभारी मंत्री के पास किस विभाग का दायित्व है। शनिवार दोपहर सम्पन्न हुए लेपटाप, स्कूटी वितरण समारोह में कई भाजपा नेता शिक्षाधिकारी पर यह आरोप लगाते देखे गए कि जब कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री बाबूलाल वर्मा तथा कृषि मंत्री प्रभूलाल सैनी में आना तय नही था तो फिर उनके नाम आमन्त्रण पत्र में छपाने का कोई औचित्य नही था। कार्यक्रम में बाबूलाल वर्मा व प्रभूलाल सैनी का नही आना चर्चा का विषय रहा। इसका मूल दोष जिला शिक्षाधिकारी पांचूलाल सैनी के ऊपर है। और तो और दोनों कार्यक्रमों में सैनी जिस कदर से भाजपा पदाधिकारियों की जी-हुजूरी मे देखे गए उसे देखकर लगता है कि वह लंबे समय तक बारां में जिला शिक्षाधिकारी के पद पर काबिज करने के प्रयास में है। भले ही जिले मंे शिक्षा का स्तर गिरे इसके उन्हें कोई चिंता नही। दो दिन पूर्व ही जिला कलक्टर डाॅ. एसपी सिंह द्वारा माध्यमिक व प्रारभ्भिक विद्यालयों का निरीक्षण किया तो छात्रों के शिक्षण के हालात पर स्वयं जिला कलक्टर को गहरी चिंता व्यक्त करनी पडी। जिले के पूरे स्कूलों में अंधेर नगरी चैपट राजा की कहावता चरितार्थ हो रही है। जहंा ना तो शिक्षा के नाम पर शिक्षकों में कोई भय है ना ही शिक्षा के लिए छात्रों में कोई अनुशासन देखा जा रहा है।

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