मां सती नाडी में संग्रहित हो सकेगा 28 लाख लीटर पानी

bikaner samacharबीकानेर, 1 जून। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के पहले चरण में जिले के अनेक गांवों में जल संरचनाओं का निर्माण हुआ, जिनसे गांवों की जल संरक्षण क्षमता में वृद्धि हुई। इसने ग्रामीणों को जल आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्ती भूमिका निभाई।

वहीं एमजेएसए के दूसरे चरण में भी ग्रामीण क्षेत्रों में अनेक परम्परागत जल स्त्रोतों का जीर्णोद्धार हो रहा है। ऎसी ही एक तलाई है हंसासर की मां सती नाडी। किसी जमाने में यह ग्रामीणों के जल उपलब्धता का साधन थी। धीरे-धीरे यह अपना मूल स्वरूप खोने लगी, जिससे ग्रामीणों की परेशानी भी बढ़ने लगी।

लेकिन, अब इस तलाई के दिन बदलने लगे हैं। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत पांचू पंचायत समिति के हंसासर गांव की इस तलाई का क्षमता संवर्धन एवं जीर्णोद्धार कार्य लगभग 9 लाख रूपये की लागत से किया जा रहा है। इस तलाई की क्षमता 28 लाख लीटर हो जाएगी।

पांचू में हंसासर के अलावा रामनगर एवं कक्कू का चयन भी मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के द्वितीय चरण में किया गया है। दूसरे चरण में हंसासर की मां सती नाडी के अलावा रामनगर के तीन परम्परागत तालाबों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है।

error: Content is protected !!