बाड़मेर 03 जून
किसान बोर्डिग हाउस संस्थान में चल रहे निःषुल्क समर षिविर के 28 वें दिन मोटिनेषन के रूप में आर पी एस जयदेव सियाग के कहा कि वर्तमान समय ग्रामीण प्रतिमाओं की कोई कमी नहीं है।े सबसे ज्यादा सिविल सेवा व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में चयन हो रहा है ग्रामीण परिवेष के प्रतियोगी अनुषासित कठिन परिश्रमी होते है। जिस छात्र- छात्रा में अनुषासन होता है उसको सफल हाने से कोई रोक नहीं सकता एक सफल व्यक्ति से सीख ले आगे बठे।
संस्थान अध्यक्ष बलवन्तसिंह चौधरी ने कहा कठिन परिश्रम का कोई मुकाबला नहीं है। सिदिल सेवा मं चयनित अधिकतर अधिकारी नौकरी करते तथा कठिन परिश्रम करते है।
छात्र- छात्राओं को सम्बोधित करते हुए प्रो. कानराज पूनिया ने बताया कि हम उस ग्रामीण से आये है। वहां दूर- दूर तक आज भी बिजली, सड़के नहीं है लेकिन हम मेहनत में विष्वास करते है।
तिलोक जी सियाग ने कहा कि आज सबसे ज्यादा मेहनत किसान पुत्र ही करता है उसे अपनी मेहनत पर पूरा भरोसा है।
प्रो. आदर्ष किषोर ने कहा – हमें इन संघर्षछील प्रतिमाओं से सीख लेनी चाहिए बड़े सपने देखे। पागल होकर- मेेहनत करो कि हम किसी से कम नहीं है।
प्राचार्य जोगेन्द्र कुमार ने कहा – कि बाड़मेर से भारतीय प्रषासनिक सेवा में एक साथ 7 प्रतिमाओं का चयन होना हमारे लिए आदर्ष है इससे बड़ा कोई उदाहरण नहीं जिस व्यक्ति के घर बिजली नहीं वो भारतीय प्रषासनिक सेवा में चयनित होता है।
इस समय मंच संचालन – हुकमाराम पोटलिया ने किया तथा धन्यवाद वीरमाराम गोदारा ने सने ज्ञापित किया इस समय- सैकड़ो छात्र- छात्राएं, प्रतियोगी – भूराराम भाखर उपस्थित रहे।
बलवन्तसिंह चौधरी
अध्यक्ष
किसान बोर्डिंग संस्थान, बाड़मेर