सिंधी भाषा संरक्षित करने का दायित्व निभाएं युवा

DSC_4645बीकानेर 14/6/17 बुधवार। संत कंवरराम नगर धोबीतलाई में भारतीय सिंधु सभा महानगर की ओर से आयोजित बाल संस्कार शिविर का समापन प्रतिभागी 15 से अधिक बच्चों को प्रमाण पत्र वितरण के साथ किया गया। सभी प्रतिभागी बच्चांे को जोमेक्ट्री बॉक्स, पैन आदि उपहार में दी गई। अतिथियों ने चयनित बाल प्रतिभाओं एवं मौजूद अभिभावकों को राजस्थान सिंधी अकादमी के सहयोग से प्रकाशित मोहन थानवी का सिन्धी उपन्यास कूचु ऐं शिकस्त की प्रतियां भेंट की। नन्हे बच्चों ने सिंधी गीत, कविताएं, पाठ का वाचन आदि सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से समां बांधा। बाल कलाकारों का परिचय शिक्षिका भारती ग्वालानी, कमला सदारंगानी तथा मातृ शक्ति पदाधिकारी रुक्मणी वलिरमानी, कमला देवी वलिरमानी ने करवाया। मंचस्थ अतिथि पूर्व सेवा प्रमुख श्याम आहूजा, लक्ष्मण किशनानी, हासानंद मंघवानी, विजय ऐलानी ने बच्चों को सिंधी भाषा, साहित्य, संस्कृति और कलाओं की महत्ता बताई तथा कहा कि सिंधु संस्कृति का संरक्षण एवं संवर्धन का दायित्व युवा पीढ़ी को निभाना है। श्याम वाधवानी, तेजप्रकाश वलिरमानी, महादेव बालानी, टीकम पारवानी, जानू ग्वालानी, हरपाल तोतलानी ने बच्चों को शिविर में सीखी बातें अपने स्कूल एवं मोहल्ले के साथी बच्चों से साझा करने की बात कही। एसएस आहूजा एवं संगठन मंत्री बहुभाषी साहित्यकार मोहन थानवी ने अभिभावकों का आह्वान किया कि ऐसे शिविरों में अपने बच्चों की भगीदारी सुनिश्चित करें। किशन सदारंगानी ने बताया कि श्रीडूंगरगढ़ सहित बीकानेर में विभिन्न स्थानों पर लगाए संस्कार शिविरों में 140 से अधिक बच्चे लाभान्वित हुए हैं एवं अभी एमपी कालोनी में शिविर जारी है। आभार तेजप्रकाश वलिरमानी ने ज्ञापित किया।

मोहन थानवी
संगठन मंत्री, महानगर
9460001255

error: Content is protected !!