अनूठी व अनुकरणीय पहल ः ’सीमा मित्र विकास शिविर ’

Seemamitra-campबीकानेर। एक अनूठी व अनुकरणीय पहल के तहत बीकानेर जिले के सीमान्त क्षेत्रों के नागरिकों को केन्द्र व राज्य सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करने, उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण करने तथा क्षेत्र की सुरक्षा में बीएसएफ के सहयोग हेतु जागरूक करने के लिए चार ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर ‘सीमा मित्र विकास शिविर’ आयोजित किए गए। शिविरों का आयोजन जिला प्रशासन व सीमा सुरक्षा बल के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।

बीकानेर जिला मुख्यालय से लगभग 150 से 220 किलोमीटर दूर, भारत-पाक सीमा पर स्थित इन सुदूरवर्ती ग्राम पंचायतों में 22 से 29 जून तक शिविर आयोजित किए गए। इसके तहत खाजूवाला तहसील के 20 बी.डी. व आनन्दगढ़ तथा कोलायत तहसील के रणजीतपुरा व भूरासर में शिविर आयोजित हुए।

समन्वित प्रयास- संबंधित पंचायत समिति प्रधान, संबंधित क्षेत्र के जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्य एवं ग्राम पंचायत के सरपंच, वार्ड पंच, सीमावर्ती गांव में तैनात सीमा सुरक्षा बल की बटालियन के नियंत्रक अधिकारियों ने शिविरों को सार्थक बनाने में महती भूमिका निर्वहन की। कार्यक्रम स्थल का चयन संबंधित बीएसएफ बटालियन कमाण्डेंट, उपखंड अधिकारी एवं विकास अधिकारी, पंचायत समिति प्रधान एवं ग्राम पंचायत जनप्रतिनिधियों से बातचीत कर तय किया गया, जिससे अधिकाधिक लोग शिविर से लाभान्वित हो सकें। अत्यंत विषम परिस्थितियों में भी दिन-रात, सीमा रक्षा के लिए तत्पर रहने वाले बीएसएफ के जवानों ने शिविरों में अपनी सक्रिय भूमिका से सामाजिक सरोकारों का निर्वहन भी किया व ग्रामीणों से सीधा संवाद किया।

ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं- शिविरों में जल संसाधन मंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री डॉ. रामप्रताप, संसदीय सचिव व खाजूवाला विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, कोलायत विधायक श्री भंवरसिंह भाटी, संभागीय आयुक्त श्री सुवालाल, पुलिस महानिरीक्षक बीकानेर रेंज श्री बिपिन कुमार पांडेय, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त डॉ. राकेश कुमार शर्मा, सीमा सुरक्षा बल की 16वीं बटालियन समादेष्टा श्री उदयप्रताप सिंह चौहान, 157वीं बटालियन समादेष्टा श्री ए.के. उपाध्याय, 6ठी बटालियन समादेष्टा श्री अजय यादव सहित विभिन्न जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने शिरकत कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं व निस्तारण हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

प्रभारी मंत्री डॉ. रामप्रताप ने कहा कि सीमांत क्षेत्र के नागरिकों को केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाआें से लाभांवित करने के उद्देश्य से ये शिविर बेहद लाभदायक सिद्ध होंगे। इससे ग्रामीणों और बीएसएफ में समन्वय बढ़ेगा। संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि सीमांत क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने की दिशा में केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार की मंशा है कि अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को भी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले। जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे बीएसएफ को सकारात्मक सहयोग दें तथा किसी भी प्रकार की संदिग्ध घटना अथवा व्यक्ति की सूचना तत्काल बीएसएफ को दें।

किया गया लाभान्वित- शिविरों के माध्यम से विभिन्न विभागाें की सेवाएं एक ही स्थान पर ग्रामीणों को उपलब्ध करवाई गईं। शिविरों में शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, पशुपालन, कृषि, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, महिला एवं बाल विकास विभाग, भारतीय जीवन बीमा निगम, पंचायती राज, सूचना एवं प्रौद्योगिकी सहित अनेक विभागों के अधिकारियों ने ग्रामीणों को केन्द्र व राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी दी तथा उनकी समस्याओं व जिज्ञासाओं का निराकरण किया।

-शरद केवलिया सहायक जनसम्पर्क अधिकारी, बीकानेर

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