जान जोखिम में डालकर माॅडल स्कूल में पहुंच रहे बच्चेः मीणा

-करोड़ों की लागत से बना भवन, फिर भी प्रषासन का नहीं है ध्यान

br6-1फ़िरोज़ खान
बारां, 13 जुलाई। किषनगंज में तेजाजी के डांडे पर फोरलेन से दो किमी दूर करोड़ों की लागत से बनाए माॅडल स्कूल में कक्षाएं तो प्रारंभ कर दी गई है, लेकिन उस तक पहुंचने के लिए सड़क तक नहीं बनाई गई है। ऐसे में बच्चों की जान जोखिम में पड़ जाती है। यहां तक कि रास्ते में नाला भी पड़ता है। जिसका पर पुलिया का निर्माण भी नहीं कराया गया है। किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष रमेष मीणा ने बताया कि सरकार व प्रषासन की उदासीनता के कारण किषनगंज बारिष में बच्चों को ट्रैक्टर या अन्य साधनों से इस स्कूल में पहुंचाना पड़ता है। अभिभावक ने बच्चों का इस स्कूल में दाखिला तो करा दिया, लेकिन उन्हें रास्ते की बदहाली से चिंता सताती रहती है। मीणा ने बताया कि तहसील मुख्यालय से करीब करीब 4 किमी दूर स्थित इस माॅडल स्कूल के भवन का निर्माण कार्य पिछले साल ही पूरा हो गया था। स्कूल का संचालन भी अन्यत्र किया जा रहा था। लेकिन इस सत्र से बिना उद्घाटन के ही नए भवन में विद्यालय का संचालन प्रारंभ कर दिया गया। जिसमें लगभग 300 बच्चों पढ़ने जाते हैं। जुलाई में बारिष के कारण स्कूल तक पहुंचने के लिए बच्चों को कच्चा रास्ता तय करना पड़ता है। जिस पर बारिष के कारण गड्डों में मिट्टी व पानी भरा रहता है। कई बार रास्ता अवरूद्ध तक हो जाता है। जिलाध्यक्ष रमेष मीणा ने कहा कि सरकार व प्रषासन की उदासीनता के कारण किषनगंज से माॅडल स्कूकल तक सड़क बनाना तो दूर ग्रेवल तक नहीं कराई गई है। जिससे वाहन भी बमुष्किल स्कूल पहुंच पाते हैं। जबकि इस भवन को बनाने में साढ़े पांच करोड़ रूपए से अधिक की लागत आई है। जिलाध्यक्ष मीणा ने बताया कि स्कूल भवन के मार्ग पर हनुमान मंदिर, 132 केवी सबस्टेषन, सहरिया छात्रावास भी बना हुआ है। लेकिन इस पर रोड़ बनाना तक मुनासिब नहीं समझा। जो इस क्षेत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।

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