करोड़ों की खरीदे वेन्टीलेटर अब तक नहीं हुए चालू

bikaner samacharबीकानेर (जयनारायण बिस्सा)। मरीजों को बेहतर सुविधा देने का दम भरने वाली पीबीएम अस्पताल का दम उस समय फु ल गया जब पिछले चार सालों पहले खरीदे गये पांच वेन्टीलेटर अब तक चालू ही नहीं हुए। जिसका खुलासा सरदार पटेल कॉलेज क्रय पत्रावलियों में हुआ है। इन पत्रवालियों की समीक्षा में सामने आया है कि जिस दिन इन वेन्टीलेटरों को स्थापित किया गया। उस दिन से ये संतोषजनक कार्य नहीं कर रहे है। जबकि इस शिकायत लगातार दूरभाष और फर्म को पत्र के जरिये की जा चुकी है। जानकारी मिली है कि मैं रजत फार्मों को आपातकालीन इकाई हेतू आईसीयू के 6 वेन्टीलेटरों को खरीद का आदेश संख्या 2275 / 25 मार्च 2013 को दिया गया। जिसकी कीमत प्रति वेन्टीलेटर 21100 डालर तय की गई थी। लगभग 1.53 करोड़ रूपये खर्च होने के बाद भी इन वेन्टीलेटरों का उपयोग मरीजों के लिये नहीं हुआ।

इस कंपनी से की खरीद
बताया जाता है कि मेडिकल कॉलेज ने वेन्टीलेटर निर्माता फर्म इवेन्ट मेडिकल यूएसए का इन्वाईस संख्या 92921 दिनांक 27.6.2013 द्वारा एक वेन्टीलेटर आपूर्ति की गई थी। जिसका डीसी देयक संख्या 800 दिनांक 22.11.2013 द्वारा राशि 12,72,254 रूपये तथा शेष वेन्टीलेटर का क्रय आदेश इवेन्ट मेडिकल यूएसए का इन्वाईस संख्या 92919 दिनांक 27.6.2013 द्वारा पांच वेन्टीलेटर आपूर्ति की गई,जिसका डीसी देयक संख्या 802 दिनांक 22.11.2013 राशि 63,61,270 रूपये का भुगतान किया गया। इस प्रकार कुल 6 वेन्टीलेटर की खरीद 76,33,524 रूपये में की गई। इन वेन्टीलेटरों की गारंटी अवधि तीन वर्ष की थी। परन्तु उक्त वेन्टीलेटर संस्थान में स्थापित किये जाने की दिनांक से संतोषजनक तरीके से काम नहीं कर रहे थे। इसी प्रकार शिशु रोग विभाग के आईसीयू के लिये भी 6 वेन्टीलेटर की आपूर्ति के क्रय आदेश भी इसी कंपनी को दिये गये। जिनक ी कुल लागत 76,56,088 रूपये थी।

फर्म को की गई थी शिकायत
वेन्टीलेटर लगाने के बाद से चालू नहीं होने की शिकायत पत्रांक – 1104/5.12.2013, पत्रांक-662 /11.11.2014, पत्रांक -1014/14.01.2015, पत्रांक-13 66/10.02.2015 को निर्माता फर्म को पत्र लिखे गये। फिर भी ये वेन्टीलेटर ठीेक नहीं हुए।

मेडिकल कॉलेज ने नहीं दिखाई रूचि
बताया जा रहा है कि मेडिकल कॉलेज ने केवल पत्राचार व दूरभाष पर सूचना देने के अलावा अन्य कोई रूचि नहीं दिखाई। कॉलेज प्रशासन ने उसी फर्म को इसकी खरीद के आदेश दिये जो पूर्व में भी विवादों में आ चुकी थी। मैसर्स रजत फर्मों की दवा वितरण खरीद व अन्य उपकरणों की खरीद में भी गड़बड़ी की शिकायतें थी। उसके बाद भी क ॉलेज प्रशासन ने इसको दरकिनार करते हुए अनियमितता करने वाली फर्म को ही वेन्टीलेटर खरीद का क्रय आदेश दिया। मजे की बात ये है कि मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा राशि जब्ती व फर्म को ब्लैक लिस्टेड किये जाने की बजाय फर्म को उक्त वेन्टीलेटर मात्रा 3 दर 21100 डॉलर राशि डॉलर 63.00 का आपूर्ति आदेश क्रमांक 1137 दिनांक 9.12.2013 दिया गया।

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