बीकानेर, 20 अगस्त। इण्डियन नेशनल ट्रस्ट फोर आर्ट एण्ड कलचरल हैरीटेज (इनटेक) बीकानेर में कोटगेट और सफील की विरासत की संरक्षण और रेगिस्तानी क्षेत्रा के जीव जन्तुओं और उपयोगी वनस्पति के संवर्द्धन और संरक्षण उपायों को अमलीजामा पहुंचाने के कार्य में जुटेंगी।
इनटेक बीकानेर चैप्टर के अध्यक्ष पृथ्वीराज रतनू कीे अध्यक्षता में रविवार को आयोजित ट्रस्ट की बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया। हरिभवन पैलस में आयेाजित बैठक में सदस्यों ने बीकानेर की खुर्द-बुर्द हो रही हेरीटेज विरासत पर चिन्ता जताते हुए आम नागरिकों और शासन-प्रशासन को जागरूक करने की जरूरत जताई। डाॅ.नन्द लाल वर्मा ने शहर की बची हुई ऐतिहासिक सफील के संरक्षण पर जोर दिया। ट्रस्ट इस बाबत स्वायत शासन निकायों के सहयोग से फोर्ट स्कूल के पास वाली सफील को संरक्षित करने का उपाय करेगा।
पृथ्वीराज रतनू ने कहा कि बीकानेर की शान ऐतिहासिक कोटगेट के संरक्षण और स्वरूप को बनाएं रखने के लिए इनटेक द्वारा शहर में मार्च करके जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। सुनील बांठिया ने मरूस्थलीय पेड़-पौधों के संरक्षण एवं उनके उत्पादों के संवर्द्धन करने की जरूरत बताई। दिनेश सक्सेना ने रेगिस्तानी जीव-जन्तुओं और वन्य जीवों की विलुप्त हो रही प्रजातियों के माॅडल म्युजियम रखने का सुझाव दिया। अरविन्द सिंह राठौड़ ने घड़सीसर तालाब की ऐतिहासिक छत्तरी के जीर्णोद्धार का मुद्दा रखा। इनटेक इन सभी प्रस्तावों को लेकर,कार्य करेगा।
बैठक में इनटेक सदस्य डाॅ.एम.एल.जांगिड़,मनमोहन कल्याणी और ओपी शर्मा भी शामिल हुए।