बाड़मेर:-मजदूरों की सहायता योजनाओं का बजट रोकना मजदूरों के साथ विश्वासघात है कमठा मजदूर यूनियन बाड़मेर के अध्यक्ष लक्ष्मण बडेरा ने राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पत्र लिखकर अवगत कराया कि मजदूरों के कल्याण के लिये सौलह सौ करोड़ रूपये से ज्यादा की राशि श्रमिक कल्याण मण्डल राजस्थान के पास मौजूद है उसके बावजूद भी श्रमिक कल्याण मण्डल पंजीकृत निर्माण श्रमिको के कल्याण के लिये बनी विवाह सहायता योजना, शुभ शक्ति योजना,निर्माण श्रमिक शिक्षा व कौशल विकास योजना, हिताधिकारी की सामान्य मृत्यु या घायल होने की दशा में सहायता योजना,सिलिकोसिस बिमारी से पीडितो हेतु सहायता योजना,टूल किट योजना ,प्रसुति सहायता योजनाओ के सैंकड़ो सहायता आवेदन वर्षो से लम्बित पड़े है
मजदूर नेता लक्ष्मण बडेरा ने कहा कि मजदूरो की कल्याणकारी योजनाओ में खर्च होने वाली राशि का राज्य सरकार के खजाने पर रती भर फर्क नही पड़ेगा तथा श्रमिक कल्याण की राशि केन्द्रीय भवन निर्माण एंव अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण सेस अधिनियम 1996 की पालना में व माननीय सुप्रीम कोर्ट के जुलाई 2009 के फैसले के मुताबिक ठेकेदारों व बिल्डरों से एकत्रित एक प्रतिशत सेसकर से एकत्रित राशि से कमठा मजदूरो /कारीगरों के लिये बनी कल्याणकारी योजनओं में सहायता राशि मजदूरों को देकर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है
मजदुर नेता लक्ष्मण बडेरा ने कहा कि मजदूरो के बजट को बेवजह रोकने से मजदूरो के बेटे-बेटीयों के शिक्षा पर बुरा असर पड़ रहा है पिछले वर्ष 2015 व 2016 की छात्रवृत्ति अभी तक बाकी है जनवरी 2016 से लागु पचपन हजार की शुभ शक्ति योजना के हजारो मजदूरो की सहायता राशि बाकी है और तथा जिन मजदूरो की मृत्यु हो गई उनके आश्रित सहायता का इन्तजार कर रहे है दौ साल पूर्व विवाह सहायता के पेश विवाह सहायता राशि भी मजदूरो की बाकी है मजदूर नेता ने मुख्य मंत्री से तत्काल बजट आवंटित करने की मांग की है