मरूस्थलीय क्षेत्र में सौर ऊर्जा सर्वाधिक प्रासंगिक एवं आवश्यक

मुख्यमंत्री ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत सौर ऊर्जा उपकरण वितरित

bikaner samacharबीकानेर, 7 सितम्बर। संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि मरूस्थलीय क्षेत्र में सौर ऊर्जा का समुचित उपयोग सर्वाधिक प्रासंगिक एवं आवश्यक है। राज्य सरकार द्वारा भी इस ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

संसदीय सचिव गुरूवार को खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र के सियासर में मुख्यमंत्री ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत सोलर पद्धति से संचालित उपकरण वितरित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बढ़ती हुई जनसंख्या के साथ विद्युत उत्पादन बढ़ाना जरूरी है। इसे ध्यान रखते हुए सौर ऊर्जा के उपयोग को अधिक से अधिक बढ़ावा देना आवश्यक है। ग्रामीणों को चाहिए कि वे विद्युत का उपयोग पूर्ण मितव्ययता से करें।

संसदीय सचिव ने सियासर के 150 परिवारों को सौर ऊर्जा उपकरण वितरित किए। इसमें सौर ऊर्जा प्लेट, बेटरी, एक पंखा तथा पांच ट्यूबलाइट हैं। ऎसे परिवार जो विद्युत कनेक्शन से वंचित हैं, उन परिवारों को यह उपकरण सिर्फ 961 रूपये में उपलब्ध करवाए गए हैं, जबकि इनका बाजार मूल्य 20 हजार से अधिक है। संसदीय सचिव ने कहा कि प्रत्येक पात्र व्यक्ति को इस योजना के तहत लाभांवित किया जाए। इससे दूरस्थ गांवों एवं ढाणियों में रहने वाले ग्रामीणों को बड़ी राहत मिलेगी।

इस अवसर पर सरपंच इशाक नायच, समाजसेवी मकबूल नायच, संसदीय सचिव के प्रवक्ता राकेश सहोत्रा , जगविंद्र सिधु, फयाज खान, जावेद खान सहित ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद थे।

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