नारायणी सेना संगठन नहीं एक विचारधारा : गहलोत

26 सितंबर को जयपुर में होगा सैन समाज का महाकुंभ

IMG-20170909-WA0005जोधपुर. लोकतंत्र के इस गणित राज्य में अपना संख्या बल सभी दलों को बताना आवश्यक है। यह बात नारायणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील गहलोत ने शुक्रवार को भगत की कोठी क्षेत्र स्थित सैन सामुदायिक भवन में आयोजित नारायणी सेना की संभाग स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कहें। उन्होंने कहा कि नारायणी सेना संगठन नहीं एक विचारधारा है। अगर प्रत्येक सैन समाज के घर से एक व्यक्ति नारायणी सेना का सदस्य बन गया तो समाज का उत्थान तो होगा, साथ ही समाज में व्याप्त कुरीतियां भी समाप्त होगी। वहीं राष्ट्रीय संरक्षक राजेंद्र टोकसिया ने सैन समाज के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज समाज के लोग सभी क्षेत्रों में समाज का नाम गौरवान्वित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश ही नहीं विदेशों में भी सैन समाज के लोग अपना परचम लहरा रहे हैं। प्रदेशाध्यक्ष गणेश मारु ने संगठन के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी। वहीं कोटा से आई प्रिया सैन, संतोष सैन (मेड़ता) ने मातृ शक्ति को समाज उत्थान में आगे आने का आह्वान किया। जोधपुर-बाड़मेर संभाग प्रभारी गौतम बणभेरु, जिलाध्यक्ष अविनाश पलाड़ा व जिला उपाध्यक्ष भीम सैन जास्ती ने बताया कि 26 सितंबर को सैनाचार्य स्वामी अचलानंद गिरि महाराज के सान्निध्य में जयपुर में सैन समाज का प्रदेश स्तरीय महाकुंभ होगा, जिसमें प्रदेश भर से हजारों लोग शिरकत करेंगे। सम्मेलन की तैयारियों व कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां देने के उद्देश्य से शुक्रवार को संभाग स्तरीय बैठक हुई। बैठक में पार्षद हीरालाल सैन, एमडी भाटी (तिरसिगड़ी), प्रवीण खींची, दिनेश सर, बाड़मेर जिलाध्यक्ष प्रकाश सरवड़़ी, बाड़मेर उपाध्यक्ष गणपत भाटी, ओम शेरा, मीडिया प्रभारी जगदीश पनावड़ा, प्रकाश सैन भाचरणा, प्रदेश महासचिव महेश पंवार, संगठन सचिव मनीष पंवार, जसराज तेना, ओमप्रकाश भांडू, मदन सोलीवाल, जगदीश भाटी, बाबूलाल भाटी, कैलाश बनभेरू, आनंदप्रकाश पल्ली सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे। इससे पूर्व नवनियुक्त पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए, वहीं आगंतुक अतिथियों का दुपट्टा ओढ़ा, स्मृति चिह्न देकर सम्मान किया गया। संचालन सत्यप्रकाश सैन ने किया।

जगदीश सैन पनावड़ा
एडिटर दो कदम गांव की ओर न्यूज़

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