ग्रामीणों की समस्याओं का अधिकारी करें प्राथमिकता से निस्तारण

chaupalबीकानेर, 3 नवम्बर। कार्यवाहक जिला कलक्टर यशवंत भाकर ने शुक्रवार को पारवा के ग्राम पंचायत भवन में आयोजित रात्रि चौपाल में ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया तथा अधिकारियों को निर्देशित किया कि पात्र लोगों को इन योजनाआें से लाभांवित करने की दिशा में पूर्ण संवेदनशीलता से कार्य करें।

भाकर ने कहा कि ग्रामीणों को छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए उपखण्ड अथवा जिला मुख्यालय नहीं आना पड़े, अधिकारी इसका विशेष ध्यान रखें। विद्युत तथा पेयजल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी नियमित रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे करें तथा ग्रामीणों की समस्याएं सुनें। उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविरों के तहत पारवा में हुए नामांकन की समीक्षा की तथा कहा कि अभियान के दूसरे चरण के तहत आयोजित होने वाले शिविरों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने ग्राम पंचायत में भामाशाह नामांकन की स्थिति, राजश्री योजना के तहत दी गई प्रोत्साहन राशि तथा संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों की समीक्षा की।

दस दिनों में देनी होगी रिपोर्ट

चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि पारवा से जेगला, मान्याणा से देशनोक तथा मान्याणा से हियांदेसर के अनेक सरकारी रास्तों को कुछ ग्रामीणों द्वारा बंद कर रखा है। इससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ता है। भाकर ने इसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित पटवारियों को आगामी दस दिनों में रिपोर्ट उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों के समस्त रास्तों का सर्वे किया जाए तथा रास्ते बंद पाए जाने की स्थिति में उन्हें खुलवाने की कार्रवाई हो। उन्होंने तहसीलदार को निर्देश दिए कि तहसील क्षेत्र में अभियान चलाकर आगामी एक महीने में ऎसे रास्तों को खुलवाया जाए।

क्यों नहीं दिए दिए कनेक्शन?

ग्रामीणों ने बताया कि उज्ज्वला योजना के तहत चिन्हि्त लगभग 300 में से अधिकतर लाभार्थियों को गैस एजेंसी द्वारा अब तक कनेक्शन नहीं दिए गए हैं। इससे सरकार की मंशा के अनुरूप उन्हें लाभ नहीं मिल रहा है। भाकर ने रसद विभाग के अधिकारी से पूछा कि नॉम्र्स के मुताबिक होने के बावजूद ग्रामीणों को अब तक कनेक्शन क्यों नहीं दिए गए हैं? उन्होंने कहा कि रसद विभाग के अधिकारियों द्वारा सरपंच एवं गैस एजेंसी से समन्वय रखते हुए कार्रवाई की जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पात्र,योजना का लाभ उठाने से वंचित नहीं रहे।

उपलब्ध करवाएं तथ्यात्मक रिपोर्ट

रात्रि चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने पारवा में पशु चिकित्सालय खुलवाने की मांग की। सरपंच प्रेमकंवर के नेतृत्व में ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत की आबादी लगभग पांच हजार है तथा पशु भी बड़ी संख्या में है। पंचायत में पशु चिकित्सालय नहीं होने के कारण ग्रामीणों को पशुओं के इलाज के लिए दूसरे गांवों में जाना पड़ता है। भाकर ने पशुपालन विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि नॉम्र्स के अनुसार प्रकरण की जांच कर तथ्यात्मक रिपोर्ट उपलब्ध करवाएं। इसके अनुसार प्रकरण राज्य सरकार को प्रेषित किया जाएगा।

तहसीलदार करेंगे प्रकरण की जांच

ग्रामीणों ने पारवा के सीनियर सैकण्डरी स्कूल में चार अतिरिक्त कक्षा कक्ष तथा खेल मैदान बनवाने की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में 508 विद्यार्थियों का नामांकन है, जबकि कमरे आठ ही हैं। भाकरने जिला शिक्षा अधिकारी को इस संबंध में प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। संतराम ने पुश्तैनी जमीन का इंतकाल रोकने के संबंध में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करते हुए बताया कि उसके पिता हरिराम को उनके पिता गणेशाराम से पारवा की सीमा में प्राप्त हुई। इस जमीन पर उसके भाई सहीराम और केसरमल द्वारा नियम विरूद्ध रजिस्ट्री करवा दी गई है। भाकर ने तहसीलदार को इस प्रकरण की जांच करने के निर्देश दिए।

ग्रामीणों ने रखीं विभिन्न समस्याएं

ग्रामीणों ने रोड़ा में हंसलाई नाडी के पास बने ट्यूबवैल से रूपलाई धोरा स्कूल तक पानी पाइपलाइन से किए गए अवैध कनेक्शन हटाने, पंडित दीनदयाल उपाध्याय विद्युतीकरण योजना के तहत सर्वे के बाद भी विद्युत पोल नहीं लगाने, पारवा के बस स्टेण्ड पर राजस्थान रोडवेज की लम्बी दूरी की बसें रूकवाने, मान्याणा में पीएचइडी द्वारा ट्यूबवैल स्वीकृत करवाने तथा मुंगफली की खरीद सीमा बढ़ाने सहित विभिन्न मांगें रखीं। भाकर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन प्रकरणों के संबंध में नियमसम्मत कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट उपलब्ध करवाएं।

इस दौरान उपखण्ड अधिकारी कन्हैयालाल सोनगरा, तहसीलदार धन्नाराम, बीडीओ लादूराम बिश्नोई सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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