बीकानेर में सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान 8 से

WhatsApp Image 2017-12-05 at 7.06.13 PMबीकानेर 5/12/17। हालांकि सघन मिशन इन्द्रधनुष का लक्ष्य 2018 तक टीकाकरण के कवरेज को 90 प्रतिशत तक लाना है लेकिन बीकानेर जिले में शत प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए ताकि शिशु मृत्यु दर को प्रभावी रूप से नीचे लाया जा सके। ये कहा जिला कलेक्टर अनिल गुप्ता ने। वे मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सघन मिशन इन्द्रधनुष टीकाकरण अभियान को लेकर आयोजित जिला टास्क फोर्स की बैठक व प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा पंचायती राज विभाग की अभियान में महती भूमिका को रेखांकित कर बेहतर समन्वय के साथ आगे बढ़ने के निर्देश दिए। सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने कहा कि सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान कोई अतिरिक्त कार्यभार नहीं है बल्कि ये एक सुनहरा अवसर है कि हम अपने टीकाकरण के स्तर को ऊपर ले आएं और बच्चों को 9 जानलेवा बीमारियों से प्रतिरक्षित कर लें। आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने अभियान के तहत आयोजित होने वाले विशेष टीकाकरण सत्रों व आ रही समस्याओं से अवगत कराया। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एसएमओ डॉ. मंजुलता शर्मा ने जिला अभियान में विद्यार्थियों, एनएसएस व स्काउट के योगदान को जोड़ने की पैरवी की।
इस अवसर पर विभिन्न मीडिया हाउस से पत्रकारों के अलावा उपनिदेशक आईसीडीएस रचना गुप्ता, जिला जनसंपर्क अधिकारी हरिशकर आचार्य, बीसीएमओ डॉ. अनिल वर्मा, डॉ. सुरेन्द्र चौधरी, डॉ. श्याम बजाज, यूनीसेफ से ललित रंगा, डीपीएम सुशील कुमार, जिला आई.ई.सी. समन्वयक मालकोश आचार्य, एनयूएचएम सलाहकार नेहा शेखावत सहित चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

टीकाकरण जरूरी; भ्रांतियां करें दूर

जिला कलेक्टर अनिल गुप्ता ने मीडिया से अपील की कि जनहित में इस अभियान पर अधिकाधिक लिखा जाए ताकि टीकाकरण को लेकर यदि आमजन में कहीं कोई भ्रम या भ्रांतियां हैं तो वे समूल समाप्त हो सकें। सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने कहा कि शिशु मृत्युदर कम करने हेतु टीकाकरण का अत्यधिक महत्त्वपूर्ण रोल है।

नुक्कड़ नाटक और विशेष शिविर

आईएमआई में टीकाकरण के लिए ऐसे स्थानों का चयन किया गया हैं जहां लेफ्ट आउट व ड्राप आउट बच्चों की संख्या ज्यादा है या जहां एएनएम का पद रिक्त है या लम्बे समय से अवकाश पर है तथा वे स्थान जिन्हें सामान्य टीकाकरण सत्रों से जोड़ना सम्भव नहीं है, उन स्थानों पर अक्टूबर 2017 से जनवरी 2018 तक टीकाकरण सत्रों का आयोजन किया जा रहा है।
आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य ने बताया कि इस बार टीकाकरण के प्रति विश्वास का प्रसार करने के लिए स्वास्थ्य शिविर, विद्यार्थियों द्वारा दीवार लेखन, प्रचार मोबाइल वैन तथा नुक्कड़ नाटक जैसी गतिविधियाँ भी की जा रही हैं।
– मोहन थानवी

error: Content is protected !!