बीकानेर, 6 दिसम्बर। श्यामा प्रसाद मुखर्जी रर्बन मिशन योजना (द्वितीय चरण) के तहत चयनित कलस्टर पलाना के आईसीएपी (इन्टीग्रेटेड क्लस्टर एक्शन प्लान) अनुमोदन हेतु बुधवार को जिला कलक्टर अनिल गुप्ता की अध्यक्षता में कलेक्टे्रट सभागार में बैठक आयोजित की गई।
जिला कलक्टर ने बताया कि इस केन्द्र प्रवर्तित योजना का प्रारम्भ भारत सरकार द्वारा वर्ष 2015 में किया गया था। योजना का मुख्य उद्देश्य गांवों को शहरों की तरह विकसित करना है, जिससे शहरी सुविधाओं को गांवों में ही उपलब्ध करवाया जा सके। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में कौशल, स्थानीय उद्यमिता तथा आर्थिक गतिविधियों का पूर्ण रूप से विकास किया जाएगा। योजना के अन्तर्गत बीकानेर पंचायत समिति की 6 ग्राम पंचायतों का चयन राज्य सरकार स्तर से किया गया है। इस ‘पलाना क्लस्टर’ में पलाना, लालमदेसर मगरा, स्वरूपदेसर, बरसिंहसर, उदयरामसर व गाढ़वाला ग्राम पंचायतेें हैं, जिनके 9 गांवों का चयन किया गया है।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजीत सिंह ने बताया कि योजना के लिए लगभग 100 करोड़ रूपए राशि प्रस्तावित है, जिसमें से विभागीय योजनाओं की राशि 70 करोड़ रूपये तथा सीजीएफ राशि 30 करोड़ रूपये प्रस्तावित की गई है। योजना के तहत विभिन्न विभागों द्वारा अपनी-अपनी योजनाओं के कार्य प्राथमिकता से पूर्ण करते हुए, शेष राशि हेतु सीजीएफ (क्रिटिकल गेप फंडिंग) से कार्य पूर्ण करवाया जाएगा। इसकी आईसीएपी पंचायत समिति स्तर पर विकास अधिकारी व सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों से विचार-विमर्श कर तैयार की गई है। योजनान्तर्गत प्रस्तावित समस्त कार्य सम्बन्धित ग्राम सभाओं से अनुमोदित हैं। योजना वर्ष 2017-18 में आरंभ कर, 2019-20 तक पूर्ण की जानी प्रस्तावित है।
गांवों के विकास पर चर्चा- स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर के डॉ महिपाल, रूबी व अदिति सिंह ने पावर पॉइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से योजना की विस्तार से जानकारी दी। गांवों के सर्वांगीण विकास के अंतर्गत आर्थिक गतिविधियों हेतु कौशल विकास प्रशिक्षण, कृषि सेवाएं, डिजिटल साक्षरता, पेयजल, स्वच्छता, कचरा प्रबन्धन, सड़क, नाली, सार्वजनिक प्रकाश, चिकित्सा, शिक्षा, अन्तरगांव सड़क सुविधा, सिटीजन सर्विस सेन्टर, सार्वजनिक यातायात, एलपीजी कनेक्शन, विद्युत, स्वयं सहायता समूहों द्वारा रोजगार सृजन, पर्यटन विकास आदि बिन्दुओं पर चर्चा की गई।
इस अवसर पर डीएफओ डॉ. आशु सिंह, बीकानेर पंचायत समिति विकास अधिकारी कैलाश चौधरी, उपनिदेशक कृषि डॉ. उदयभान सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।