ड़ॉ. एल.पी तैस्सितोरी अवार्ड : व्यास और केवलिया को अर्पित किए गए

20171213_152702बीकानेर । राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति के शोध अध्ययेता इटली विद्वान डा. एल. पी. तैस्सितोरी के 131 वें जन्मदिवस के अवसर पर सादूल राजस्थानी रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा दो दिवसीय कार्यक्रम के तहत बुधवार को दूसरे दिन ड़ॉ. एल.पी तैस्सितोरी अवार्ड भवानी शंकर व्यास ’’विनोद’’ एवं ड़ॉ.मदन केवलिया को अर्पित किए गए। नेहरू शारदा पीठ(पी.जी.)महाविघालय में हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विधायक ड़ॉ. गोपाल जोशी ने कहा कि साहित्यकार हमेशा अपने अनुभव के आधार पर रचता है। इनके रचे हुए को पढ़कर आम जन अपने जीवन में प्रेरणा ग्रहण करते है।
ड़ॉ. जोशी ने भरोसा व्यक्त किया कि राजस्थानी भाषा को मान्यता जरूर मिलेगी।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि नारायण चौपड़ा ने कहा कि व्यास एवं केवलिया के राजस्थानी भाषा में योगदान से भाषा की मान्यता और प्रबल होती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अभिलेखागार के निदेशक ड़ॉ. महेन्द्र खडगावत ने कहा कि डॉ. एल. पी. तैस्सितोरी ने 5 वर्ष तक इस क्षेत्र में खोज की उसकी सर्वे रिपोर्ट अभिलेखागार में उपलब्ध है। व्यास ’’विनोद’’ एवं केवलिया का परिचय व्यंग्यकार बुलाकी शर्मा ने दिया। व्यास ’’विनोद’’ एवं ड़ॉ. केवलिया को अभिनन्दन पत्र,शाल,श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। अभिनन्दन पत्रों का वाचन राजाराम स्वर्णकार एवं गौरीशंकर प्रजापत ने किया। नरसिंह भाटी ’नीशु’ ने कविता प्रस्तुत की । संयोजक राजेन्द्र जोशी ने कहा कि तैस्सितोरी के कार्या की उपादेयता राजस्थानी भाषा को मान्यता मिलने से ही सफल हो सकेगी। सम्मानित साहित्यकार व्यास ’’विनोद’’एवं ड़ॉ. केवलिया ने भी तैस्सितोरी पर अपनी बात रखी।
कार्यक्रम में विशन मतवाला,ड़ॉ. अजय जोशी,मुरली मनोहर के माथुर,अबीर चन्द व्यास,श्री चन्द्र शेखर जोशी,ड़ॉ.एस.एन.हर्ष,ड़ॉ. बसंती हर्ष, मोहन थानवी; प्रेम नारायण व्यास, एन.डी.रंगा,एम.एल.व्यास,बी.एल.नवीन,ड़ॉ. मोहम्मद फारूख चौहान,ड़ॉ.समीक्षा व्यास,ड़ॉ.शिपिका हर्ष,हरीश बी.शर्मा,नगेन्द्र किराडू,नगेन्द्र शर्मा,,लक्ष्मीनारायण आचार्य सहित नगर के साहित्यकार उपस्थित थे। आभार ड़ॉ. प्रशांत बिस्सा ने आभार प्रकट किया

– मोहन थानवी

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