सामाजिक पर्यावरण बदलने के लिए श्रेष्ठ साहित्य का सृजन आवश्यक

साहित्य वही जो श्रेष्ठ समाज निर्माण में सहायक हो – विपिन चंद्र
jodhpur newsजोधपुर 16 दिसम्बर। अखिल भारतीय साहित्य परिषद राजस्थान के क्षेत्रीय संगठन मंत्री विपिन चंद्र का प्रवास आज जोधपुर महानगर में हुआ, इस अवसर पर साहित्यकार कार्यकर्ताओं की क्षेत्रीय टोली की बैठक परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. मोहनलाल गुप्ता की अध्यक्षता में उनके निवास पर रखी गई। बैठक में उपस्थित साहित्यकारों को सम्बोधित करते हुए विपिनचंद्र ने कहा साहित्य और साहित्यकार समाज की दिशा दृष्टि तय करते हैं तथा इससे ही समाज में श्रेष्ठ वातावरण तथा संस्कार का निर्माण होता है।
समाज में नैतिकता एवं राष्ट्रीय जीवन स्तर ऊपर उठाने के लिए अच्छे साहित्य एवं अच्छे साहित्यकारों की आवश्यकता पर बल देते हुए बैठक में विपिनचंद्र ने कहा समाज एवं राष्ट्र धर्म संस्कृति की आवश्यकता को देखते हुए इस दिशा में साहित्यकारों को बहुत अधिक काम करने की आवश्यकता है। वास्तव में साहित्य वही है जो श्रेष्ठ जीवन मूल्यों से युक्त नैतिकता संपन्न एवं उदात्त आचरण से युक्त व्यक्ति एवं समाज निर्माण करने में सहायक हो। पिछले दिनों जबलपुर में हुए अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन की चर्चा करते हुए विपिनचंद्र ने कहा अधिवेशन में दो प्रस्ताव पारित किए गए जिसमें प्राथमिक स्तर से लेकर कॉलेज स्तर तक नैतिक शिक्षा का पाठ्यक्रम जोड़ा जाए एवं भारतीय वांग्मय में राष्ट्रीय जीवन मूल्यों के विचार को संग्रहित कर उसे भी समाज के सामने लाना चाहिए।
बैठक में अखिल भारतीय साहित्य परिषद के संगठन तंत्र को मजबूत करने के लिए आगामी दिनों में अखिल भारतीय साहित्य परिषद के विभाग स्तर के कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग रखने की भी चर्चा की गई अन्य इकाइयों को मजबूत करने एवं नवीन सदस्यता अभियान को गति देने के लिए भी चर्चा की गई युवा साहित्यकारों को अखिल भारतीय साहित्य परिषद से जोड़ने के लिए विभिन्न प्रकार कि कार्यशालाओं के आयोजन की भी रचना योजना बनी। अखिल भारतीय साहित्य परिषद साहित्य की सभी विधाओं में काम करने वाला दुनिया का सबसे बड़ा साहित्यिक संगठन है।
बैठक का संचालन विभाग संयोजक डॉ. शैलेन्द्र स्वामी ने किया बैठक के अंत में डॉ रामवीर शर्मा ने उपस्थित साहित्यकारों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. इंदुशेखर तत्पुरुष, डॉ. भंवर कसाना, सुरेंद्रसिंह राव, नवीन झा एवं अन्य गणमान्य साहित्यकार उपस्थित थे।
-डॉ. मोहनलाल गुप्ता
प्रांतीय अध्यक्ष
अखिल भारतीय साहित्य परिषद
जोधपुर
9414076061

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