भील आदिवासियों को विधुत कृषि कनेक्शन में अनुसूचित जाति की तरह आरक्षण दिलवाने की मांग,कमठा मजदूर यूनियन बाड़मेर के अध्यक्ष लक्ष्मण बडेरा व सेड़वा ब्लॉक के अध्यक्ष मुकनाराम के नेतृत्व में राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री विधायक डॉ किरोड़ीलाल मीणा व खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल को ज्ञापन सौंपकर अवगत कराया कि भील समुदाय संविधान में अनुसूचित जन-जाति में दर्ज है जिन्हें आरक्षण प्राप्त है मगर खेती करने के लिये विधुत कृषि कनेक्शन में भील जाति को आरक्षण नही होने से यह जाति आजादी के बाद लगातार गरीब हो रही है
मजदुर नेता लक्ष्मण बडेरा ने डॉ किरोड़ीलाल मीणा व हनुमान बेनीवाल को सर्किट हाऊस बाड़मेर में बताया कि भील जाति आजादी से पहले पहाड़ो से चट्टान तोड़कर,लकड़ी काटकर जीवन यापन करता था मगर आजादी के बाद सरकार ने पहाड़ो को खान मालिकों को लीज पर देकर रोजी रोटी से वंचित कर दिया तथा लकड़ी काटने पर रोक लगाकर जीने का अधिकार छीन लिया तथा खेती में फसल बोना चाहते है मगर विधुत कृषि कनेक्शन में आरक्षण नही होने से गरीब दरिद्र भील बंधुआ मजदूरों की जिन्दगी जी रहा है |
मजदुर नेता लक्ष्मण बडेरा ने दोनों नेताओं को बताया कि भील जाति के लोगों के अमूल्य वोट से कई लोगों ने सता का सुख प्राप्त किया है मगर आजाद भारत कि किसी भी सरकार ने भील आदिवासियों को गरीबी,अशिक्षा के कलंक को मिटाने के लिये कोई कार्य नही किया संविधान में अनुसूचित जाति व जनजाति को आरक्षण प्राप्त है लेकिन विधुत कृषि कनेक्शन में अनुसूचित जाति वर्ग को आरक्षण है जबकि भील अनुसूचित जन जाति वर्ग को आरक्षण नही देकर सौतेला व्यवहार किया है
मजदुर नेता लक्ष्मण बडेरा ने बताया कि पूर्व मंत्री डॉ किरोड़ीलाल मीणा व खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल ने भील जाति के साथ लगातार हो रहे सौतेले व्यवहार पर चिंता जताई और भील समुदाय को खेती करने हेतु विधुत कृषि कनेक्शन में आरक्षण दिलाने का भरोसा दिया |