बीकानेर, 10 फरवरी। कथाकार शरद केवलिया ने कहा कि प्रभावशाली संवाद हेतु ओजस्वी वाणी, आत्मविश्वास, ज्ञान व विचारों का सही प्रस्तुतीकरण आवश्यक है।
केवलिया शनिवार को ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) में ‘‘प्रभावशाली संवाद’’ विषय पर व्याख्यान दे रहे थे। उन्होंने कहा कि संवाद के द्वारा एक व्यक्ति अपना विचार, ज्ञान या अनुभव, सम्यक् रूप से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचाता है। श्रेष्ठ विचार, विषय का गहन् अध्ययन व सकारात्मक बॉडी लेंग्वेज का इस्तेमाल करने से श्रोताओं पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। जो कुछ कहना है, उसे संक्षेप में व सारगर्भित रूप से कहें। प्रभावशाली संवाद शैली से ही साक्षात्कार में सफलता प्राप्त की जा सकती है।
केवलिया ने कहा कि सेल्स का पूरा कारोबार, संवाद की बेहतर कला पर टिका होता है। उद्यमी या सेल्समेन को अपने उत्पाद या सेवा की जानकारी को उपभोक्ता तक प्रभावी संवाद शैली के माध्यम से पहुंचाना होगा, तभी वह संतुष्ट व प्रभावित हो सकेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी सरकारी या गैरसरकारी संस्थान के निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति बेहतर संवाद से ही संभव है। अगर अधिकारी अपने अधीनस्थ से उचित रूप से संवाद करेगा, तभी कर्मचारी पूरी निष्ठा व कुशलता से काम कर सकेगा।
इस अवसर पर सामान्य उद्यमशीलता विकास कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के युवा उपस्थित थे।