13 फरवरी – भारतीय सिन्धु सभा की ओर से राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद्, नई दिल्ली के सहयोग से आयोजित आनलाइन सिन्धी भाषा व संस्कृति ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं को जयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में सम्मान किया गया।
इस अवसर पर मार्गदर्षक मा. कैलाषचन्द षर्मा ने कहा कि युवाओं को यह प्रतियोगिता भारत को जानो- सिन्ध को जानो की तरह संस्कृति को जानने का अवसर मिला है। हमारी परम्परा है कि हम स्वाध्याय करें और मां सरस्वती का ज्ञान बांटने से बढता है। सदैव मार्गदर्षन को आचरण में अपनाना चाहिये। मुख्य अतिथि राजस्थान सिन्धी अकादमी के अध्यक्ष हरीष राजाणी ने कहा कि सिन्धी विषय लेकर अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिये अकादमी सदैव पूर्ण सहयोग कर रही है और सिन्धु सभा के साथ मिलकर पूरे राज्य में ऐसे आयोजन कर रही हैं। अध्यक्षता करते हुये आदर्ष नगर, जयपुर के थानाधिकारी श्री जितेन्द्र गंगवाणी ने कहा कि युवाओं व विद्यार्थियों को प्रषासनिक पदों पर आने के लिये प्रयास करने चाहिये और अपनी भाषा व संस्कृति पर गर्व करना चाहिये। प्रदेष अध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने कहा कि इस आयोजन के लिये राज्यभर में युवाओं के साथ परिवाजन भी उत्साह से सम्मिलित हुये है और ऐसे आयोजनों से महापुरूषों के जीवन परिचय व इतिहास से रूबरू करवाने का प्रयास किया गया।
प्रतियोगिता संयोजक डॉ. प्रदीप गेहाणी ने बताया कि अतिथियों की ओर लॉटरी निकालकर विजेताओं के नाम घोषित किये गये जिसमें जयपुर के नरेष किषनाणी प्रथम, कोटा की लता जषवानी द्वितीय, जोधपुर के किषोर कुमार सावलाणी तृतीय, भीलवाडा के गुलाबराय मीरचंदाणी को चतुर्थ व हनुमानगढ के सिद्धांत मनोहरलाल को पांचवा विजेता घोषित किया गया। पूर्व कुलपति प्रो. मनोहरलाल कालरा ने ऐसे आयोजनों को निरंतर होते रहने के विचार प्रकट करते हुये कहा कि इसमें अधिक विद्यार्थियों को जोडा जायेगा।
कार्यक्रम का षुभारंभ भारत माता, सिन्ध व ईष्टदेव झूलेलाल के चित्र पर दीप प्रज्जवलन व माल्यार्पण से किया गया। स्वागत भाषण डॉ. कैलाष षिवलाणी व आभार हीरालाल तोलाणी ने किया। गीत अषोक रावताणी द्वारा प्रस्तुत किये गये। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी व प्रदेष महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि आगामी अप्रेल 2018 को जयपुर में आयोजित होने वाले सिन्धु महाकुम्भ के लिये इन्हीं विजेताओं के साथ सिन्धी बाल संस्कार षिविर में तैयार हुये विद्यार्थियों का कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा। समारोह में अजमेर के मोहन तुलस्यिाणी, जोधपुर के वासुदेव टेकवाणी, भीलवाडा के वीरूमल पुरसवाणी, विद्याधर नगर के सोनी, कवंरनगर के कमल राजवाणी, मानसरोवर के नंदलाल लालवाणी, वैषाली नगर के ष्याम चांदवाणी, झालावाड के गोपालदास माधवाणी, नसीराबाद के मोहनलाल आलवाणी ने भी अपने विचार प्रकट किये। सामूहिक राष्ट्रगान से समारोह का समापन किया गया।
(डॉ. प्रदीप गेहाणी)
कार्यक्रम संयोजक,
मो.9214699906