बीकानेर। राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री शुभलक्ष्मी योजना की 2100 रूपए की दूसरी किश्त का परिलाभ 28 फरवरी 2018 तक लेने का अंतिम अवसर दिया गया है। पूर्व में उक्त योजना के लिए अंतिम तिथि को 15 फरवरी तक बढाया गया था। निदेशालय स्तर पर 61 वीं ई.सी. बैठक में लिए गए निर्णय एवं जिलों की प्रगति को देखते हुए शासन सचिव एवं एनएचएम मिशन निदेशक नवीन जैन द्वारा इस आशय के निर्देश प्रदान किये गए हैं। स्वास्थ्य विभाग में इन दिनों जिला स्तर से लेकर उपकेन्द्र तक के स्टाफ को मिशन मोड पर शुभलक्ष्मी योजना का भुगतान लाभार्थी तक पहुंचाने के काम में लगे देखा जा सकता है। हर स्तर पर बैठकों व संपर्क के दौर चल रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि विभाग की मुख्यमंत्री शुभलक्ष्मी योजना 30 मई 2016 से बंद हो चुकी है अब मुख्यमंत्री राजश्री योजना के जरिए बेटी जन्म पर लाभ दिया जा रहा है। लेकिन जिन बालिकाओं को शुभलक्ष्मी योजना के तहत प्रथम किश्त स्वरुप 2100 रूपए का लाभ मिला था वे योजनान्तर्गत नियामानुसार 2100 रूपए की दूसरी और 3100 रूपए की तीसरी किश्त लेने की हकदार हैं क्योंकि उनपर अब भी शुभलक्ष्मी योजना ही लागू है। जिन बालिकाओं ने इसका प्रथम परिलाभ लिया है उनको दूसरा लाभ बालिका के एक वर्ष पर पूर्ण टीकाकरण एवं जीवित होने के प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने पर देय है। लाभार्थी अपना नियमानुसार आवेदन निवास स्थान के नजदीकी राजकीय चिकित्सा संस्थान पर 28 फरवरी तक कर सकते हैं इसके बाद यह भुगतान नहीं किया जा सकेगा। बेटी बचाओ-बेटी पढाओ राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है और बेटी जन्म को प्रोत्साहन देने से सम्बंधित इस योजना का लाभ शत प्रतिशत लाभार्थियों को मिले इसके भरसक प्रयास किए जा रहे हैं।
अपवाद स्वरुप रेखांकित चेक से भी भुगतान की दी छूट
आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता के अनुसार राज्य सरकार का ध्येय स्पष्ट है कि किसी भी कारण से एक भी लाभार्थी योजना का लाभ लेने से वंचित नहीं रहे। इसलिए कतिपय कारणों से यदि ओजस ऑनलाइन भुगतान नहीं हो पा रहा है तो उन्हें रेखांकित चेक से भी भुगतान की छूट दी है। डीएनओ मनीष गोस्वामी ने बताया कि शुभ लक्ष्मी योजना के द्वितीय केसेस में ओजस से प्राप्त रिपोर्ट अनुसार काफी कैसेज में टीकाकरण की प्रविष्टि पूर्ण नहीं है इस कारण केस विवरण ऑनलाइन भुगतान हेतु प्रदर्शित नहीं हो पा रहे हैं ऐसे मामलों में आशा वह एएनएम के माध्यम से अति शीघ्र टीकाकरण की सूचना एकत्र कर दर्ज करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं। डीपीएम सुशील कुमार ने जानकारी दी कि सॉफ्टवेयर में कई ऐसे तकनीकी कारण हैं जिनसे ऑनलाइन भुगतान संभव नहीं हो पा रहा है हालांकि इनमें अधिकाँश भूलवश या त्रुटिपूर्ण इंद्राज की वजह से है। इन विशेष अपवाद स्वरूप केसेस में 28 फरवरी तक प्राप्त आवेदनों में पीसीटीएस व ओजस डेटा से मिलान कर नियमों व निर्देशों की पालना सुनिश्चित करते हुए संस्थान प्रभारी अधिकारी सत्यापन के बाद डीएनओ एनएचएम के माध्यम से पूर्ण पुष्टि करवाने के उपरांत ही रेखांकित चेक से भुगतान जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री शुभ लक्ष्मी योजना के प्रावधान
1 अप्रैल 2013 या इसके बाद (30 मई 2016 तक) राजकीय या अधिस्वीकृत चिकित्सा संस्थानों में जीवित जन्मी बालिका की माॅं को मुख्यमंत्री शुभ लक्ष्मी योजना के अन्तर्गत देय लाभ –
ऽ बालिका के जन्म पर 2100 रूपये देय (जननी सुरक्षा योजना के अतिरिक्त देय राशि)
ऽ बालिका की उम्र 1 वर्ष पूर्ण होने पर तथा उम्र अनुसार सभी आवश्यक टीके लगवाने पर बालिका के प्रथम जन्म दिवस पर 2100 रूपये अतिरिक्त देय (1 अप्रैल 2014 से देय)
ऽ बालिका की उम्र 5 वर्ष पूर्ण होने पर तथा स्कूल में प्रवेश लेने पर योजना के तीसरे लाभ के अन्तर्गत 3100 रूपये और देय (1 अप्रैल 2018 से देय)
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
बीकानेर