कांग्रेस को आज़ाद के रूप में ब्रह्मास्त्र मिला

बाड़मेर जैसलमेर की नो विधानसभा में राजपूत वोट होंगे प्रभावित*

*बाड़मेर लम्बे समय से कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट,पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,पूर्व मंत्री अमीन खान सहित कई नेता कांग्रेस में राजपूतो को जोड़ने की पैरवी कर चुके है।ऐसे बयानों के बीच बाड़मेर की राजनीति में एक राजपूत युवा के कांग्रेस के बैनर पर उदय हुआ।युवाओ के आइडियल रहे उद्द्यमी और सामाजिक सरोकार ग्रुप फ़ॉर पीपल ,राजस्थान क्रिकेट संघ सहित कई संगठनों में सक्रिय आज़ाद सिंह राठौड़ ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद बहुत कम समय मे अपनी खास पहचान बाड़मेर में बना ली।आज़ादी के बाद यह पहला मौका है कि कांग्रेस के बैनर पर एक राजपूत युवा का ध्रुव तारे की तरह उदय हुआ।आज़ाद को युवाओ ने हाथों हाथ लिया ही आम जन ने भी उन्हें बहुत जल्द अपना लिया।जॉइन करते किसी नेता को जनता ने इतनी ऊंचाई किसी को नही दी जितनी आज़ाद को मिली।मात्र चार माह में बाड़मेर शहर सहित ग्रामीण इलाकों में अब तक साठ से अधिक सभाएं पब्लिक डिमांड पर हो चुकी है।दो दर्जन से अधिक सामाजिक कार्यक्रमो में भी शिरकत कर चुके।यहां यह सब इसीलिए बताया जा रहा है कि आज़ाद सिंह के आने से कांग्रेस का राजपूत वोट बैंक बढ़ने के आसार साफ नजर आ रहे।हाल ही में जिला परिषद के उप चुनावो में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के साथ राजपूत बाहुल्य क्षेत्रों में बड़ी सभाएं कर राजपूतो को प्रभावित करने में सफल रहे।दिग्गज नेता अमीन खान ने खुद आज़ाद सिंह को निमंत्रण भेज उनका उप चुनाव में बेहतर इस्तेमाल किया।

*उप चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार खिमावती कांग्रेस जिला अध्यक्ष सहित वरिष्ट नेताओंके साथ आज़ाद सिंह का आभार धन्यवाद देने उनके कार्यालय जीत के तुरंत बाद पहुंच गई।।यह आज़ाद सिंह के कद को बयां करता है।।*

कांग्रेस के नेता भी एक ऐसा राजपूत नेता चाहते है जो विधानसभा चुनावों में उनका सहयोग कर सके। यह कमी आज़ाद सिंह पूरी करते है ।।शिक्षित होने के साथ सकारात्मक सोच उन्हें और मजबूती प्रदान करती है।मुद्दों पे उनकी अच्छी पकड़ के साथ भाषण देने का बिशिष्ट अंदाज़ भी लोगो को भा रहा हैं।

*बाड़मेर जैसलमेर की नो विधानसभा सीट में राजपूत वोटर प्रभावी हैं।आज़ाद सिंह युवा होने के साथ आकर्षक व्यक्तित्व और अपने खास कुशल व्यवहार के चलते लोगो मे काफी लोकप्रिय है।इसीलिए आज़ाद सिंह का उपयोग कांग्रेस युवा राजपूत नेता के रूप में सभी विधानसभा में करना चाहेगी ताकि कांग्रेस के साथ राजपूत सीधे जुड़े।ऐसा नही है कि आज़ाद सिंह राजपूत होने के कारण सिर्फ राजपूतो में प्रभावी है।आज़ाद सिंह अपने व्यवहार,और मृदु भाषा के लिए सभी समाजो में बराबर लोकप्रिय है।खासकर युवा वर्ग उनका दीवाना है।सबसे बड़ी बात आज़ाद सिंह कांग्रेस में आने के बाद बड़ी संख्या में युवाओ को कांग्रेस के साथ लाने में न केवल सफल रहे बल्कि इन युवाओ को किसी खास मौके पर कांग्रेस की सदस्यता दिलाने में जुटे हैं।कांग्रेस वर्तमान परिस्थितियों में अच्छी स्थति में है ऐसे में आज़ाद सिंह जैसे युवा को मैदान में उतार विरोधियों को हैरान करने के साथ राजपूतो को पार्टी में जोड़ने की मुहिम के
को मूर्त रूप दे सकते हैं।कांग्रेस के स्थानीय वरिष्ठ नेता आज़द सिंह का उपयोग अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों में कर सकते है।कांग्रेस को आजाद के रूप में एक ब्रह्मास्त्र मिला जिसे विधानसभा चुनावों में चलाया जा सकता हैं।कांग्रेस में बाड़मेर जिले में एक भी कद्दावर राजपूत नेता कांग्रेस में 1971 के बाद से नही है।इसकी कमी कुछ हद तक आज़ाद सिंह ने पूर्ति करने का प्रयास किया।।सबसे बड़ी बात लोग उन्हें स्वीकर कर रहे हैं।सबसे बड़ी बात की कम समय मे आज़ाद ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का विश्वास हासील किया!

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