किसान के खेत तक पहुंचे कृषि अनुसंधान -डॉ.विश्वनाथ

क्षेत्रीय शुष्क बागवानी मेला का आयोजन
बीकानेर, 17 मार्च। भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क बागवानी संस्थान बीछवाल में शनिवार को क्षेत्रीय शुष्क बागवानी मेला आयोजित किया गया। कृषि मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी के किसानों संबोधन का सीधा प्रसारण किया गया। इस आयोजन में बीकानेर, जोधपुर तथा नागौर सहित आस-पास के जिलों के लगभग 800 किसानों ने भाग लिया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि यहां से सम्मानित होने वाले किसानों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाए जिससे दूसरे किसान भी उनसे प्रेरणा ले सकें। उन्होंने सरकार द्वारा शुरू किये गये मृदा स्वास्थ्य कार्ड मिशन को अनुकरणीय कदम बताया तथा किसानों से इसे अपनाने और अपने मृदा के स्वास्थ्य की जांच करवाते हुए उसी के अनुसार अनुसंशित मात्रा में खाद एवं उर्वरक का प्रयोग करने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिक कृषि अनुसंधान का व्यावहारिक ज्ञान किसानों तक पहुंचाएं। पांच से दस ग्राम पंचायतों का समूह बनाकर, किसान चौपाल में कृषि अनुसंधान तथा कृषि के क्षेत्र में हुए नवाचारों के बारे में जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लिए यह संस्थान मील का पत्थर साबित हुआ है। कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अनुसंधानों की वजह से खजूर, बैर, केर, सांगरी, आवंला, अनार सहित अन्य बागवानी फसलों का उत्पादन बढ़ा है। इन फसलों को अपनाने वाले किसानों की आय में लगातार वृद्धि दर्ज हुई है। उन्होंने कहा कि परम्परागत खेती के साथ-साथ खेती में हुए नवाचारों को किसानों को अपनाना चाहिए, जिससे कम पानी में ज्यादा फसल उत्पादन ले सके।
महापौर नारायण चोपड़ा, डॉ.सत्यप्रकाश आचार्य तथा सहीराम दुसाद ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए नहरी और बारानी क्षेत्र में कृषि वैज्ञानिक चौपालंे आयोजित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इन चौपालों में प्रगतिशील किसानों को भी शामिल किया जाना चाहिए। खेती के साथ-साथ पशुधन पालन बढ़ाने की जरूरत है, क्योंकि बिना पशुधन के जैविक खेती नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा कृषक वर्ग के लिए लागू योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए।
संस्थान निदेशक प्रो. पी. एल. सरोज में अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह संस्थान विश्व का एक मात्र संस्थान है, जो शुष्क बागवानी पर कार्य कर रहा है एवं अखिल भारतीय शुष्क क्षेत्र फल समन्वित परियोजना के तहत विकसित प्रजातियां राष्ट्रीय स्तर पर पूरे देश में उगाई जा रही हैं। मेले में किसानों को शुष्क बागवानी के फल एवं सब्जियों की खेती के बारे में जानकारी दी गयी। इस अवसर पर सरकारी एवं गैर सरकारी सस्थाओं के 35 से अधिक स्टालों का किसानों ने अवलोकन करते हुए शुष्क बागवानी के साथ पशुपालन एवं अभियांत्रिकी संबंधित तकनीकों की जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर किसान-वैज्ञानिक परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसमें किसानों द्वारा पूछे गये सवालों का विशेषज्ञों द्वारा जवाब दिया गया। परिचर्चा में संस्थान के निदेशक प्रो. पी. एल. सरोज के अतिरिक्त डॉ. धुरेन्द्र सिंह, डॉ. डी. के. समादिया, डॉ. बी. डी. शर्मा, डॉ. बीरबल, डॉ. एस. एम. हलधर, सहायक निदेशक डॉ. जयदीप दोगने आदि उपस्थित थे।
कृषि विभाग की प्रदर्शनी को मिला पुरस्कार
उत्कृष्ट स्टालों के लिये सरकारी क्षेत्र में राजस्थान सरकार के कृषि विभाग की प्रदर्शनी को तथा गैर सरकारी क्षेत्र में मै. हरियाली खाद एवं बीज को उत्कृष्ट स्टाल का पुरस्कार दिया गया। प्रगतिशील किसानों के सम्मान में इस अवसर पर दिग्विजय सिंह, खाजूवाला, अमरचंद माली खींचिया, खेमाराम चौधरी, जयपुर, घनश्याम ज्याणी, हनुमानगढ़, प्रभुदयाल गोदारा, अक्कासर और तेजाराम कूकणा, पेमासर को शुष्क बागवानी के क्षेत्र में उत्कृष्ट खेती करने के लिये पुरस्कृत किया गया। आभार डॉ.एस.आर.मीणा ने ज्ञापित किया। समारोह में भीनासर धोरा के संत रघुवीर महाराज भी उपस्थित थे।
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21 मार्च को होंगे साक्षात्कार
बीकानेर, 17 मार्च। भामाशाह रोजगार सृजन योजना के तहत 1 से 15 मार्च तक जिला उद्योग केन्द्र में सही तथा पूर्ण ऑनलाइन प्राप्त आवेदन पत्रों के आवेदकों तथा 7 मार्च को साक्षात्कार में अनुपस्थित रहे आवेदकों के साक्षात्कार 21 मार्च को प्रातः 10ः30 बजे चौपड़ा कटला स्थित जिला उद्योग केन्द्र कार्यालय में लिए जाएंगे। जिला उद्योग केन्द्र संयुक्त निदेशक आर.के. सेठिया ने बताया कि इसके लिए सभी आवेदकों को ऑनलाइन माध्यम से सूचित कर दिया गया है। साक्षात्कार में आने-जाने के लिए कोई भत्ता नहीं दिया जाएगा।
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सेवा आश्रम का वार्षिकोत्सव मुस्कान 2018 रविवार को
बीकानेर, 17 मार्च। सौर चेतना एवं उर्जा विज्ञान शोध संस्थान द्वारा मंद-बुद्धि, मूक-बधिर व नेत्राहीन बच्चों के कल्याण के लिए संचालित सेवा आश्रम का वार्षिकोत्सव मुस्कान 2018 रविवार को आयोजित किया जाएगा।
संस्थान के संचालक भीष्म कौशिक ने बताया कि मरूधरा कॉलोनी स्थित खत्राी मोदी भवन में सायं 5.30 बजे से आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी होंगे। अध्यक्षता जिला कलक्टर अनिल गुप्ता करेंगे तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एल डी पंवार, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष वाई के शर्मा तथा सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी हरिशंकर आचार्य विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे।
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बीकानेर, 17 मार्च। राजकीय पंडित दीनदयाल उपाध्याय सार्वजनिक मंडल पुस्तकालय प्रांगण में शनिवार को ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम’ के अन्तर्गत हिन्दी असमिया भाषा पर वार्ता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षताघनश्याम दास छींपा ने की तथा मुख्य अतिथि संपत पारीक थे। विशिष्ट अतिथि सुरेन्द्र कुमार सुथार थे। पुस्तकालय की पाठक सदस्य कृष्णा चौधरी ने असम की भाषा एवं उसकी भौगोलिक स्थिति की जानकारी दी।
इस अवसर पर 26 जनवरी को डॉ. करणीसिंह स्टेडियम में एनसीसी परेड का नेतृत्व करने वाली पुस्तकालय की पाठक मोहिनी चौधरी को सम्मानित भी किया गया। मुख्य अतिथि पारीक ने एक दशक तक अपने असम प्रवास के अनुकरणीय अनुभव तथा असमिया भाषा की उत्पत्ति तथा शब्दों की विस्तार से चर्चा की तथा हिन्दी व असमिया भाषा के कई शब्दों का भावार्थ व महत्व भी बताया।
घनश्याम दास छींपा ने असम की भौगोलिक जानकारी दी। सुरेन्द्र कुमार सुथार ने भारतीय भाषाओं का महत्व बताया। अथितियों का स्वागत दिनेश गुप्ता, नियाज मोहम्मद, सरोज कंवर, राजू कंवर एवं पुस्तकालय प्रभारी ने किया। कार्यक्रम का संचालन पुस्तकालय प्रभारी विमल कुमार शर्मा ने किया।
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उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजनाओं में शैक्षणिक वर्ष 2017-18 के लिए ऑनलाईन आवेदन हेतु अंतिम तिथि में वृद्धि

बीकानेर, 17 मार्च। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने विद्यार्थियों द्वारा शैक्षणिक वर्ष 2017-18 के लिए पेपरलेस ऑनलाइन आवेदन पत्र पंजीकरण कर ऑनलाईन आवेदन पत्र भरने/पोर्टल बन्द करने की अंतिम तिथि 31 मार्च निर्धारित की है।
विभाग के उपनिदेषक एलडी पंवार ने बताया कि शैक्षणिक वर्ष 2017-18 में राजस्थान के मूल निवासियों के लिए विभाग द्वारा संचालित उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजनओं जैसे:- अनुसूचित जाति/अनु.जनजाति/विशेष समूह योजना(पूर्व में विशेष पिछडा वर्ग)/अन्य पिछडा वर्ग/डॉ. अम्बेडकर आर्थिक पिछडा वर्ग/डॉ. अम्बेडकर विमुक्त, घुमन्तु एवं अर्द्धघुमन्तु/मुख्यमंत्री सर्वजन उच्च शिक्षा उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना में राज्य की राजकीय/निजी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं एवं राज्य के बाहर की राजकीय एवं राष्ट्रीय स्तर की राजकीय मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं के पाठ्यक्रमों में प्रवेशित/अध्ययनरत विद्यार्थियों द्वारा विभागीय वेबसाइट www.sje.rajasthan.gov.in के Home Page पर New Scholarship Portal पर क्लिक कर ऑनलाईन आवेदन के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सकती है और छात्रवृति हेतु ऑनलाईन आवेदन किया जा सकता है। उक्त संबंध में विभागीय जिला कार्यालय में व्यक्तिशः एवं दूरभाष पर भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

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