सर्व समाज की प्रतिभाओं का सम्मान गंगा-जमुनी संस्कृति का परिचायक

बीकानेर,4अगस्त। सर्वसमाज की 525 प्रतिभाओं का शनिवार को दयानंद पब्लिक स्कूल में विभिन्न धर्म के धर्मावलियों व शिक्षाविदों ने प्रशस्ति पत्र,मैडल और स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
समारोह में पूर्व सांसद जमनाबारूपाल,मौलवी हाफिज फरमान अली,स्वामी केशवानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.बी.आर.छीपा,पूर्व कुलपति पशुचिकित्सा एवं पशुविज्ञान विश्वविद्यालय कुलपति प्रो.ए.के.गहलोत, सागर विद्यापीठ के अधिष्ठाता स्वामी रामेश्वरानंद पुरोहित,ब्रह्मा कुमारी विश्वविद्यालय की कमल बहन ने शिक्षा,खेलकूद,चिकित्सा में विशेष उपलब्धि प्राप्त करने वालों को सम्मानित किया। साथ ही छात्र-छात्राओं को अपना कैरियर का चुनने बाबत विषय विशेषज्ञ द्वारा व्याख्यान दिया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि कुलपति प्रो.बी.आर.छीपा ने कहा कि सर्व समाज की प्रतिभाओं को सम्मानित करने का यह कार्यक्रम अनुकरणीय है। मुझे अलग-अलग समाज की प्रतिभाओं को सम्मानित करने के कार्यक्रमों में शिरकत होने का मौका मिला है। लेकिन सर्व समाज के बच्चों को सम्मानित करने का पहला अनुभव है। उन्होंने कहा कि यह बीकानेर की गंगा-जमुनी संस्कृति को मजबूती प्रदान करता है। उन्होंने कहा बीकानेर शिक्षा का हब बन रहा है। यहां चार विश्वविद्यालय का होना इसका उदाहरण है। उन्होंने इस आयोजन के लिए आयोजकों का धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि आज जो प्रतिभाएं सम्मानित हुई है,वे इस शहर का नाम रोशन करेंगी।
समारोह के विशिष्ठ अतिथि पशु चिकित्सा एवं पशुविज्ञान विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो.ए.के.गहलोत ने कहा कि प्रतियोगी दौर में विद्यार्थियों को सोच समझकर अपना कैरियर चुनना चाहिए। उन्हें उन्हीं विषयों का चयन करना चाहिए,जिनमें उनकी रूचि है। उन्होंने कहा कि छात्र जीवन के शुरूआत के पांच से दस साल बहुत महत्वपूर्ण है और यह उनका गोल्डन पीरियड होता है। इस दौरान की गई कड़ी मेहनत आपका भविष्य तय करेगीं और यह समय फिर लौटकर नहीं आएगा। उन्होंने कहा अपने कैरियर को लेकर छात्र वर्ग काफी दबाव महसूस करता है। ऐसे में माता-पिता को चाहिए कि वे अपने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए,उनकी रूचि के विषय को चुनने दें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सागर विद्यापीठ के अधिष्ठाता स्वामी रामेश्वरानंद पुरोहित ने कार्यक्रम संयोजिका सुनीता गौड़ के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि अबतक इन्होंने 2500 से अधिक प्रतिभाओं का सम्मान कर चुकीं है,जो अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि जो प्रतिभाएं सम्मानि हुई है,वह अपने-अपने क्षेत्र में विशेष उपब्धियां हासिल कर,बीकानेर का नाम रोशन कर रहीं है।
समारोह की विशिष्ठ अतिथि ब्रह्मा कुमारी विश्वविद्यालय की कमल बहन ने नैतिक मूल्यों पर प्रकाश डाला और कहा कि जिस देश के युवा चरित्रवान,बुद्धिमान होता है,वह अवश्य प्रगति करता है। इतना ही नहीं वह देश सारे विश्व में खुशबू फैलाता है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में जो सफलता आप सभी ने हासिल की है,वह सराहनी योग्य है। उन्होंने कहा कि हमें अपने बौद्धिक विकास के साथ-साथ हमारे अन्दर जीवन में सद्गुण,मानव गुण,नैतिक मूल्यों और चरित्र का विकास अवश्य करना चाहिए। पूर्व सांसद जमना बारूपाल ने कहा कि ऐसे आयोजनों से विद्यार्थियों में प्रतिस्पद्र्धा बढ़ती है और जीवन की राह चुनने में आसानी रहती है।
कार्यक्रम की संयोजिका सुनीता गौड़ ने कार्यक्रम के उद्श्यों पर प्रकाश डाला और कहा कि समाजों में आज नैतिमूल्यों का स्थापित करने की जरूरत है। छात्र-छात्राओं को चाहिए कि वे चरित्रवान और संस्कारित बने। मातृशक्ति का सम्मान करें। उन्होंने विद्यार्थियों में मोबाइल के उपयोग के बढ़ते प्रचलन पर चिन्ता व्यक्त की और कहा कि सोशल मीडिया के कारण उन्हें भारी नुकशान हो रहा है। इससे उनका परीक्षा परिणाम भी प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा की जरूरत के लिए मोबाइल का उपयोग बुरा नहीं है,लेकिन अनावश्यक रूप इस पर समय बर्बाद न करें।
इस अवसर पर चन्द्र शेखर श्रीमाली ने विद्यार्थियों का अपना कैरियर चुनने के टिप्स बताए।
संचालन ज्योति प्रकाश रंगा और गोपाल जोशी ने किया। धन्यवाद शिव प्रसाद गौड़ ने ज्ञापित किया।

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