राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, श्रीडूंगरगढ के वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा

नंदलाल महर्षि हिन्दी साहित्य सृजन पुरस्कार जयपुर के हरीश करमचंदानी को । रायसिंहनगर के मंगल बादल को मिलेगा पं. मुखराम सिखवाल राजस्थानी सृजन पुरस्कार

हरीश करमचंदानी
श्रीडूंगरगढ । 21 अगस्त 2018 ।
राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति, श्रीडूंगरगढ द्वारा हिन्दी व राजस्थानी साहित्य सृजन के लिए दिए जाने वाले वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है । इस आशय की जानकारी देते हुए संस्थाध्यक्ष श्याम महर्षि ने बताया कि इस बार संस्था का प्रतिष्ठित नंदलाल महर्षि हिन्दी साहित्य सृजन पुरस्कार जयपुर के लब्धप्रतिष्ठ कवि हरीश करमचंदानी को अर्पित किया जाएगा । संस्था के मंत्री बजरंग शर्मा ने बताया कि राजस्थानी भाषा-साहित्य के मौलिक लेखन को सम्मान प्रदान करने के दृष्टिगत प्रति वर्ष दिया जाने वाला ‘पं. मुखराम सिखवाल स्मृति राजस्थानी साहित्य सृजन पुरस्कार ’ रायसिंहनगर के प्रसिद्ध निबंधकार, कवि, अनुवादक, सम्पादक व समालोचक डॉ. मंगत बादल को प्रदान किया जाएगा । घोषित पुरस्कारों की विस्तृत जानकारी देते हुए संयुक्त मंत्री रवि पुरोहित ने बताया कि ‘पं. मुखराम सिखवाल स्मृति राजस्थानी साहित्य सृजन पुरस्कार ’ डॉ. मंगत बादल को उनकी काव्य पुस्तक ‘इतरा हुया सवाल’ के लिए और नंदलाल महर्षि हिन्दी साहित्य सृजन पुरस्कार कवि हरीश करमचंदानी को चर्चित पुस्तक ‘अंतहीन सिरा उम्मीद का‘ के लिए घोषित किया गया है । ये पुरस्कार 14 सितम्बर, 2018 को संस्था के वार्षिकोत्सव के अवसर पर आयोज्य समारोह में प्रदान किए जायेंगे ।

डॉ. मंगत बादल
रवि पुरोहित ने बताया कि दोनों ही पुरस्कारों में प्रत्येक को पुरस्कार स्वरूप ग्यारह हजार रूपये नगद राशि के साथ सम्मान-पत्र, स्मृति-चिह्न, शॉल अर्पित किए जायेंगे । संस्था की सर्वोच्च मानद उपाधि ‘साहित्यश्री’ सम्मान और बृजरानी भार्गव स्मृति युवा लेखन पुरस्कारों की घोषणा भी इसी सप्ताह की जाएगी ।

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