केंसर मुक्त भारत निर्माण का संकल्प को सफल बनाना चाहिए

रायला-भीलवाड़ा-
उत्तराखंड के बद्रीनाथ मंदिर के पुजारी विक्रमादित्य सरस्वती महाराज ने आज जिले के मोतीबोर का खेड़ा, रायला में स्थित श्रीनवग्रह आश्रम का निरीक्षण कर यहां उपचार के लिए पहुंचे रोगियों से वार्ता की। आश्रम संचालक हंसराज चोधरी ने बद्रीनाथ मंदिर के पुजारी विक्रमादित्य सरस्वती महाराज का उपरणा भेंट करने के साथ ही आश्रम की ओर से प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मान कर आर्शिवाद प्राप्त किया।
बद्रीनाथ मंदिर के पुजारी विक्रमादित्य ने यहां आश्रम में रोपित किये गये औषधियों के पौधों का भी बारीकी से निरीक्षण करने के उपरांत आयोजित समारोह में कहा कि श्रीनवग्रह आश्रम के संचालक हंसराज चोधरी ने केदारनाथ की प्रेरणा से आश्रम का संचालन करके रोगियों की सेवा का जो परोपकार प्रांरभ किया है निश्चित रूप से देश व दुनियां के लिए यह फलदायी होगा। उन्होंने कहा कि वो बचपन से ही बद्रीनाथ की सेवा पूजा में लगे है। आज के भौतिकवाद के दौर में इस प्रकार से रोगियों की सेवा का केंद्र अन्य स्थानों पर मिलना दुर्लभ है।
सनातन संस्कृति का उल्लेख करते हुए कहा कि सर्वे भंवतु सुखिन की कहावत को चरितार्थ करते हुए हंसराज चोधरी ने जो केंसर मुक्त भारत निर्माण का संकल्प लिया है, उसके निहितार्थ सभी को उनके प्रयासों के साथ होकर अभियान को सफल बनाना चाहिए। उन्होंने अपनी ओर से रोगियों के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना करते हुए कहा कि केंसर मुक्त भारत निर्माण में वो भी केंसर सैनिक के रूप में अपनी सेवाएं देगें।
आश्रम संचालक हंसराज चोधरी ने बद्रीनाथ मंदिर के पुजारी विक्रमादित्य सरस्वती महाराज के आर्शिवाद के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि उन्होंने केंसर मुक्त भारत निर्माण का संकल्प लिया है। आज देश भर में उनके साथ तीन हजार कैंसर सैनिक इस कार्य में लगे है। उनके आश्रम में अब 401 औषधियों के पौधे रोपित हो चुके है। यह क्रम निरंतर बढ़ता जा रहा है। केंसर सहित अन्य असाध्य रोगियों का निशुल्क उपचार किया जाता है। प्रति माह करीब आठ हजार केंसर मरीजों को वो दवा उपलब्ध करा रहे है।

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