कमठा मजदूर यूनियन बाड़मेर के अध्यक्ष लक्ष्मण बडेरा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि बाड़मेर जिले के मजदूरों की दर्दभरी दास्तान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बाड़मेर में राजस्थान गोरव यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री को बतायेंगे मजदूर नेता लक्ष्मण बडेरा ने बताया कि मजदूर कल्याण को लेकर सरकार विज्ञापनों पर लाखों रुपये खर्च कर रही है जबकि बाड़मेर जिले में मजदूरों को सहायता योजनाओं जिसमे छात्रवृत्ति,प्रसूति सहायता, दुर्घटना में म्रत्यु व सामान्य मृत्यु स्थाई अपंगता, अस्थाई अपंगता ,विवाह सहायता के सहायता आवेदन पिछले दो वर्षों से पेंडिंग पड़े है पंजीयन फर्जी तो हाथो हाथ कर रहे है असली मजदूर को पंजीयन के लिए तंग व परेशान किया जा रहा है स्वीकृत सहायता आवेदन का भुगतान एक एक वर्ष तक नही किया जा रहा है शुभ शक्ति योजना पिछले दो वर्ष में सात हजार से अधिक फ़ाइले लम्बित पड़ी है कोई लाभ देने में दिलचस्पी नही ली जा रही है एक तरफ सरकार योजनाओं के माध्यम से मजदूर वर्ग को राहत पंहुचना चाहती है मगर दूसरी तरफ श्रम विभाग के अधिकारी अनपढ़ व अशिक्षित मजदूर वर्ग को सरकारी योजना के लाभ से वंचित करने व लाभ देने में अनावश्यक विलम्ब डालकर सरकार की छवि खराब करने में तुले हुये है विवाह सहायता योजना में एक हजार सहायता आवेदन श्रम विभाग में पड़े है मगर योजना दिसम्बर 2015 में बंद की मगर योजना के 1000 आवेदकों को को लाभ देने में विलम्ब किया जा रहा है इसी तरह मृत्यु के मामले में दो दो वर्षों से पत्रावलिया पेंडिंग पड़ी है छात्रवृत्ति एक वर्ष से अधिक समय से स्वीकृत होने के बावजूद मजदूर को भुगतान नही किया जा रहा है शुभ शक्ति योजना में एक वर्ष से अधिक समय से अधिक समय से भुगतान नही हो रहा है बडेरा ने कहा कि श्रम विभाग की योजना कल्याणकारी है मगर कार्मिको की वजह से यह योजना सरकार को लोकप्रिय नही बना सकी ।