सितम्बर में सभी 290 ग्राम पंचायतों में लगेगी “बेटी पंचायत”

बीकानेर। सितम्बर माह साक्षी बनेगा पहली बार लगने वाली “बेटी पंचायतों” का जिसमे पूरे प्रदेश की लगभग 5000 ग्राम पंचायतों के साथ जिले की सभी 290 ग्राम पंचायतों पर “बेटियां अनमोल हैं” का सन्देश प्रसारित होगा। बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान को अनूठे स्वरुप में आगे बढ़ाते हुए पूर्व में 17 नवम्बर 2017 व 24 जनवरी 2018 को विद्यालयों-महाविद्यालयों व शिक्षण संस्थानों पर आयोजित हुए “डॉटर्स आर प्रेशियस” अभियान को जन आन्दोलन का रूप देते हुए गाँव-गाँव अनमोल बेटियों की कहानियाँ सुनाई जाएगी। सितम्बर माह की 7, 14, 25 व 28 तारीख को चार चरणों में डॉटर्स आर प्रेशियस 3 को “बेटी पंचायत” के रूप में ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर आयोजित किया जाएगा। अभियान में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज तथा महिला एवं बाल विकास विभाग का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।
अभियान की तैयारियों को लेकर आयोजित विडियो कांफ्रेंस में स्वास्थ्य सचिव व अध्यक्ष समुचित प्राधिकारी (पीसीपीएनडीटी) श्री नवीन जैन द्वारा कार्यक्रमों के माइक्रोप्लान, मूल उद्देश्य, व्यवस्थाओं, पूर्व प्रसार, अन्तर्विभागीय समन्वय और प्रशिक्षणों के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश दिए गए और दिल से इस अभियान में जुड़ने और जोड़ने की अपील की गई। सीएमएचओ डॉ. बी.एल. मीणा ने बताया कि 7 सितम्बर को प्रथम चरण में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का माइक्रोप्लान बीसीएमओ द्वारा तैयार करवाया जा रहा है। इस अभियान से निश्चय ही बेटियों को लेकर ग्रामीणों के कई मिथक ध्वस्त होंगे और सोच मे बदलाव आएगा।
वीसी में जिला स्तर से सीएमएचओ डॉ. बी.एल. मीणा, आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता, डीपीएम सुशील कुमार, यूएचपीसी नेहा शेखावत, पीसीपीएनडीटी समन्वयक महेंद्र चारण, डीएनओ मनीष गोस्वामी, डीएसी रेणु बिस्सा, एडीएनओ आरबीएसके डॉ. मनुश्री सिंह व जिला आई.ई.सी. समन्वयक मालकोश आचार्य शामिल हुए।

क्या है “डॉटर्स आर प्रेशियस”
ग्राम पंचायत मुख्यालय के पंचायत भवन / अटल सेवा केन्द्र अथवा अन्य उपयुक्त स्थान पर सरपंच व पञ्च सहित ग्रामीणों को आमंत्रित कर विशेष रूप प्रशिक्षित “डेप रक्षकों” द्वारा “डॉटर्स आर प्रेशियस” संवाद किया जाएगा जो स्वास्थ्य सचिव श्री नवीन जैन द्वारा गहन शोध उपरान्त तैयार किया गया है। उक्त कार्यक्रम में दोतरफा संवाद, पीपीटी व विडियो क्लिप्स का उपयोग कर ऐसा वातावरण तैयार किया जाता है कि दर्शक ना केवल कन्या भ्रूण हत्या का मुखर विरोधी हो जाए बल्कि ऐसा जघन्य अपराध करने वालों के खिलाफ डेप रक्षक ब्रिगेड का सदस्य भी बन जाए। इसमें न केवल बेटियों के पक्ष में सकारात्मक माहौल बनाया जाता है बल्कि पीसीपीएनडीटी एक्ट व मुखबिर योजना की जानकारी देकर कन्या भ्रूण हत्यारों की धर-पकड़ के लिए सहयोग भी प्राप्त किया जाता है। पूर्व में सिर्फ छात्र-छात्राओं के साथ आयोजित संवाद को ग्रामीण परिवेश के अनुसार ढाला गया है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
बीकानेर

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