निरक्षकों को साक्षर बनाने का संदेश,बनाई मानव श्रृंखला

बीकानेर । जिला लोक शिक्षा समिति बीकानेर के तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की श्रृंखला में शुक्रवार को ”साक्षरता मानव श्रृंखलाÓÓसूरसागर स्कूल से जिला कलक्टर कार्यालय तक आयोजित की गयी। साक्षरता मानव श्रृंखला में शामिल हुए मुख्य अतिथि राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के पूर्व सचिव डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा कि साक्षरता एवं विकास एक दूसरे के पूरक है। साक्षरता से मानव चेतना भी जागृत होती है। डॉ. आचार्य ने विद्यार्थियों का आहवान किया कि वह अपने परिवार और आसपास रहने वाले निरक्षरों की पहचान करें और उन्हें साक्षर बनाएं।
इस अवसर पर अध्यक्षीय उद्बोधन में उपनिदेशक, माध्यमिक शिक्षा महावीर पूनिया ने कहा कि साक्षरता के बाद उत्तर साक्षरता और सतत शिक्षा में सक्रियता से कार्य करने की जरूरत है , उन्होंने कहा कि साक्षर भारत कार्यक्रम के अन्तर्गत बुनियादी साक्षरता एवं समतुल्यता कार्यक्रम को ठीक से संचालित करने की जरूरत है।
साक्षरता मानव श्रृंखला के अवसर पर बोलते हुए जिला साक्षरता एवं सतत शिक्षा अधिकारी, अशोक कुमार सोलंकी ने बताया कि मानव श्रृंखला में साक्षरताकर्मियों ने साक्षरता नारे लगी तक्तियाँ लेकर शामिल होकर निरक्षरता उन्मूलन का संकल्प लिया साथ ही साक्षर भारत की रूपरेखा से भी अवगत कराया।
साक्षरता मानव श्रृंखला के संयोजक सहायक परियोजना अधिकारी राजेन्द्र जोशी ने बताया कि श्रृंखला में दीपक हर्ष, निर्मला अग्रवाल, श्रीमती ललिता, नीलम शर्मा, लिक्षमा गोविल, सुरेश शर्मा, मांगीलाल भद्रवाल, तुलसीराम, प्रदीप सिंह सहित अनेक लोगो ने शिरकत की। उन्होंने बताया कि रा.बा.मा.वि. सूरसागर स्कूल के मार्गदर्शन में गंगा चिल्ड्रन सी.मा. विद्यालय , दयानंद पब्लिक स्कूल रथखाना , अग्रवाल सैकेन्डरी स्कूल के लगभग 450 साक्षरता स्वयंसेवकों ने भाग लिया।

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