बालकों के संरक्षण के लिए बाल अधिकार कानूनों का सख्ती से लागू करें

बीकानेर । पुलिस मोटर ड्राईविंग स्कूल, बीकानेर के सभागार में राजस्थान पुलिस अकादमी, राजस्थान, जयपुर के निर्देशन में बालकों के संरक्षण के लिए बाल अधिकार कानूनों को सख्ती से लागू करने हेतु बाल संरक्षण विषय पर 02 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ पुलिस अधीक्षक सवाई सिंह गोदारा ने किया। अपने सम्बोधित में पुलिस अधीक्षक ने कहा राजस्थान पुलिस अकादमी द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, समाज में बच्चों के लिए सुरक्षित वातावरण निर्माण के लिए जरूरी है कि हम सब मिलकर बालकों के संरक्षण के लिए बाल अधिकार कानूनों का सख्ती से लागू करें । जितना जल्दी हो सके न्यायालय में चार्ज शीट पेश करें साथ ही पीडि़त एवं गवाहों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। बाल
संरक्षण विषय पर बीकानेर जिले के पुलिस अधिकारियां, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्यों, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों तथा विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित किया। साथ ही उन्होने बच्चों के लिए कार्यरत सभी सरकारी गैर सरकारी संस्थाओं से मिलकर काम करने की जरूरत बतायी। इस अवसर पर श्री पवन कुमार मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर), बीकानेर ने बच्चों को देश का भविष्य बताते हुए उनकी
सुरक्षा का मुख्य दायित्व पुलिस का बताया। उन्हांने पुलिस सहित सभी विभागां को बच्चों के प्रकरणों में संवेदनशील होकर मामलों का निस्तारण एवं पुनर्वास सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
प्रषिक्षण के सम्बोधन में धीरज वर्मा, पुलिस निरीक्षक, राजस्थान पुलिस अकादमी जयपुर के द्वारा कार्यशाला का मुख्य उद्वेश्य पुलिस अधिकारियों को बच्चों के साथ सद्व्यवहार के लिए दक्षता देना तथा उन पर लागू कानूनों एवं अर्न्तराष्ट्रीय संधियों की जानकारी देना बताया जिससे कि समस्त हित धारक बाल अधिकारों एवं पुलिस प्रक्रियाओं में व्याप्त कमियों को ठीक कर बच्चों के सर्वोत्तम हित में कार्य कर सके। यदुराज शर्मा, सलाहकार यूनीसेफ ने अपने सम्बोधन में बाल अधिकारों पर व्याख्यान दिया जिसमें बच्चों को यह अधिकार जाति, धर्म, भाषा, लिंग एवं नस्ल
के भेदभाव के बिना प्राप्त होने की बात कही। उन्होंने बच्चों को अच्छा जीवन स्तर प्रदान करने एवं उनके उपयुक्त शारीरिक, मानसिक, एवं सामाजिक विकास के विभिन्न पहलूओं पर बात कही।
श्री वाई. के. शर्मा,, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति, बीकानेर ने कहा कि साझी रणनीति एवं संवेदनशीलता से ही बच्चों की बेहतरी सुनिश्चित की जा सकती है, उन्होंने किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम, 2015 पर चर्चा करते बाल कल्याण समिति के कार्यो एवं पुलिस की भूमिकाओं पर प्रकाश डाला। डा. प्रभा भार्गव सामाजिक कार्यकर्ता ने पोक्सो एक्ट की कार्यवाहियों एवं पीडि़तों की सामाजिक एवं मनस्थितियों के बारे में बताया। प्रशिक्षण का आयोजन राजस्थान पुलिस अकादमी जयपुर एवं यूनिसेफ के सहयोग से जिला पुलिस के प्रबन्धन में किया गया। प्रशिक्षण का आयोजन राजेन्द्र सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, राजस्थान पुलिस अकादमी के निर्देशन में आयोजित किया गया जिसके स्थानीय नोडल अधिकारी पवन कुमार मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) है तथा इस संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन के प्रभारी श्री महावीर प्रसाद, पुलिस निरीक्षक, प्रभारी, मानव तस्करी एवं गुमशुदा व्यक्ति प्रकोष्ठ, बीकानेर है।
प्रशिक्षण के दूसरे दिन 31 अक्टूबर के सत्रों को सौरभ श्रीवास्तव, आई.पी.एस. अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस कम निदेशक, राजस्थान पुलिस अकादमी, जयपुर एवं दिनेश एम.एन. महानिरीक्षक पुलिस बीकानेर रेन्ज, बीकानेर सम्बोधित करेंगे । प्रशिक्षण में जिले के पुलिस अधिकारियों सहित किशोर न्याय बोर्ड सदस्यों, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति एवं विभिन्न स्वयसेवी संस्थाओं के 53 सदस्य भाग ले रहे है ।

-✍️ मोहन थानवी

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