आई-मेम कार्यक्रम में अतिगंभीर कुपोषित बच्चों का हुआ नामांकन

बीकानेर। कुपोषण के विरुद्ध खण्ड नोखा में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चलाए जा रहे समुदाय आधारित एकीकृत कुपोषण प्रबंधन कार्यक्रम “आई-मेम” कार्यक्रम के तहत मंगलवार को नामांकन दिवस मनाया गया। 12 से 14 नवम्बर तक 25 पोषण केन्द्रों पर लगाए जा रहे विशेष शिविरों में चिन्हित अति गंभीर कुपोषित बच्चों की पुनः स्क्रीनिंग कर पोषण उपचार शुरू किया जा रहा है। अभियान की मोनिटरिंग करने जयपुर से आए गेन इंडिया के राज्य स्तरीय प्रतिनिधि उत्पल दूबे, सलाहकार एनयूएचएम नेहा शेखावत व बीपीएम दिनेश रंगा सहित चिकित्साधिकारियों ने नामांकन दिवस का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए। दूबे ने बताया कि नामांकन दिवस पर पहले से चिन्हित 6 माह से लेकर 59 माह आयु तक के बच्चों की वजन, ऊंचाई, एमयूएसी टेप से बांह की नाप व भूख की जांच की गई। पोषण उपचार के रूप में विशेष रूप से तैयार पोषण अमृत आहार के पैकेट वितरित किए गए। ये आहार बच्चों को प्रतिदिन 6 से 8 बार दिया जाता है। वजन अनुसार प्रति दिन 1.5 से 5 पैकेट तक आहार दिया जाता है। आवश्यकतानुसार दवाओं से भी उपचार किया जाता है।

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