विश्व एड्स दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

बीकानेर। जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर की ओर से विश्व एड्स दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संस्थान से मेकअप का व्यवसायिक प्रशिक्षण प्राप्त कर रही प्रशिक्षणार्थियों के साथ नत्थूसर बास में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम में बोलते हुए संस्थान के सहायक कार्यक्रम अधिकारी महेश उपाध्याय ने कहा कि एचआईवी एक प्रकार का संक्रमित विषाणु है. यह वायरस व्यक्ति के शरीर में जाकर उसके खून में मौजूद श्वेत रक्त कोशिकाओं यानी कि व्हाइट ब्लड सेल में मिल जाता है। श्वेत रक्त कोशिकाओं के माध्यम से यह वायरस व्यक्ति के डीएनए में चला जाता है। ऐसी स्थिति में आकर वायरस टूटने लगता है और व्हाइट ब्लड सेल्स पर आक्रमण शुरू कर देता है. धीरे-धीरे वायरस का आक्रमण शरीर से सभी श्वेत रक्त कोशिकाओं को खत्म कर देता है. श्वेत रक्त कोशिकाओं के कम होने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। संक्रमण होने के बाद एड्स की बीमारी होने में कई साल लग जाते है। उपाध्याय ने कहा कि इसका बचाव ही सबसे बचाव है। इस रोग से ज्यादा इसकी जानकारी न होना खतरनाक है। कार्यक्रम मे उपाध्याय ने गतिवियों के माध्यम से बताया कि समाज में लोग एड्स पीडि़तों के साथ भेदभाव का व्यवहार करते है। इसी कारण से एड्स रोगी मानसिक और शारीरिक दोनों ही रूप से कमजोर हो जाता है। इससे पूर्व एचआईवी एड्स क्या है, इसके लक्षण, बचाव के उपाय और इस रोग के बारे में प्रचलित भ्रांतियों के बारे में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जानकारी दी गयी । इस कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों के अलावा अनुदेशिकाएं श्रीमती गीता कच्छावा और सुश्री सलोनी की सक्रिय उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अंत में संस्थान के उमाशंकर आचार्य ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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