7 जनवरी – संगठन का कार्य करते हुये हम अपने संकल्प का स्मरण करने के लिये बार बार अभ्यास वर्ग का आयोजन करते हैं। मनुष्य का स्वभाव है सेवा करना और हमें मनुष्य बनना है मनुष्यता के साथ इंसानियत के साथ मानवता के साथ, यही स्वभाव हो कार्यकर्ता का। ऐसा मार्गदर्षन भारतीय सिन्धु सभा की ओर से स्वामी लीलाषाह कुटिया, खैरथल, अलवर में दो दिवसीय सामाजिक कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग के समापन अवसर पर मार्गदर्षक मा. कैलाषचन्द जी ने दिया। उन्होने कहा कि सिन्ध के बिना हिन्द अधूरा है सिन्ध मिलकर अखण्ड भारत बनेगा यही संकल्प हमें स्मरण रहे व युवा पीढी को भी स्मरण कराना है।
प्रदेष प्रचार सचिव दिलीप पारवाणी ने बताया कि इस अवसर पर राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी (अजमेर), प्रदेषाध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी (जयपुर) व छतीसगढ के प्रदेषाध्यक्ष श्री कन्हैयालाल छुगाणी ने अलग अलग सत्रों में संगठनात्मक चर्चा करते हुये कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता ही समाज की सक्र्रियता से सेवा कर बुराईयों को समाप्त कर सकता है। हम सभी जिम्मेदार कार्यकर्ता है हमें सदैव नियमित सेवा के लिये समय देना है।
जयपुर में प्रदेष कार्यालय व यूथ हॉस्टल का होगा निर्माण -वाधवाणी
प्रदेषाध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने कहा कि प्रदेष से आने वाले कार्यकर्ताओं के लिये कार्यालय भवन निर्माण कराना है साथ ही युवाओं के लिये यूथ हॉस्टल भी उपलब्ध कराना है जिसमें सिन्धु सभ्यता संस्कृति की झलक के साथ कार्यक्रम आयोजन के लिये आडिटोरियम का निर्माण कराने की योजना पर कार्य चल रहा है जिसमें प्रदेषभर से सहयोग प्राप्त होगा।
पूज्य सिन्धी पंचायत अलवर के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाष रोघा ने कहा कि सिन्धु सभा के तय कार्यक्रमों में पंचायतों के साथ सामाजिक संगठनों का पूर्ण सहयोग है और उनके मार्गदर्षन में युवा पीढी संस्कारवान हो रही है। पंचायत की ओर सामाजिक कुरीतियों की रोकथाम की जा रही है जिसके सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं। श्रीझूलेलाल मन्दिर के संरक्षक सीतलदासजी, किषनगढबास झूलेलाल मन्दिर के बाबा बाबूलाल, राजस्थान सिन्धी अकादमी के सचिव ईष्वरदास मोरवाणी, पार्षद मुकेष लखवाणी, श्रीमति षोभा बसंताणी ने भी अपने विचार प्रकट किये।इस अवसर पर प्रदेष उपाध्यक्ष टीकमदास पारवाणी (युवा)बीकानेर ने प्रत्येक ईकाई में युवाओं को सक्रियता से जोडने के विचार रखे।
संभाग प्रभारी गिरधारीलाल ज्ञानाणी ने बताया कि विभिन्न जिलों व तहसील ईकाईयों के प्रतिनिधि, पूज्य सिन्धी पंचायत के पदाधिकारी व सामाजिक व धार्मिक संगठनों के 267 प्रतिनिधि उपस्थित थे।
कैरियर काउंसिलिग में युवाओं को दी अलग अलग विषयों की जानकारी –
अभ्यास वर्ग में आये विद्यार्थी, युवा व मातृषक्ति के प्रतिनिधियों को षिक्षाविद् व प्रषासनिक अधिकारियों ने अलग अलग विषयों की विस्तृत जानकारी दी जिसमें वाणिज्य में हरीष षाही, सांईस में अषोक केसवाणी, कला विषयों पर भगवानदास दादवाणी, अनिल मंगताणी, दीपक चांदवाणी व विधि विषय में राहुल माथुर ने स्क्रिन पर सूचीबद्ध जानकारी दी।
जिलाध्यक्ष गोरधनदास ने बताया सांस्कृतिक कार्यक्रम सिन्धी बाल संस्कार षिविर में तैयार विद्यार्थियों व राजस्थान सिन्धी अकादमी की ओर से विजेता सिन्धी आइडल दीपक लखवाणी व मण्डली के साथ राजकुमार दादलाणी ने गीतों व भजनों की प्रस्तुति पर सभी को झुमाया।
दो दिवसीय आयोजन का षुभारंभ ईष्टदेव झूलेलाल, स्वामी लीलाषाह, महाराजा दाहरसेन व सिन्ध के चित्र पर दीप प्रज्जवलन व मार्ल्यापण से किया गया। संगठन गीत अषोक रावताणी ने प्रस्तुत किया। समापन सामूहिक राष्ट्रगान से किया गया व आभार संभाग प्रभारी गिरधारीलाल ज्ञानाणी ने प्रकट किया।
पंचायतों के सहयोग से सामाजिक बुराईयों को समाप्त करने के साथ धर्मांतरण को रोकना है अलग अलग सत्रों में वक्ताओं ने विचार रखते हुये कहा कि पूज्य सिन्धी पंचायतों के सक्रियता से समाज में जोडने के साथ सामाजिक कुरीतियों को भी मिटाने के प्रयास हो रहे हैं। समाज में धर्मातंरण को रोकने के लिये भी सामूहिक प्रयास किये जा रहे हैं। सत्र में प्रताप कटारा, सुश्री चिनीषा, ईष्वर मोरवाणी, किषन गुरबाणी, नारायणदास परनामी, अमरदास ज्ञानाणी, षिषुपाल, लक्षमणदास मंगलाणी, किषन छताणी, पुरषोतम लख्याणी, प्रताप खठेरा, मुलचंद बसंताणी, किषन गुरबाणी, नवलकिषेर गुरनाणी, लोकचन्द हरिरामाणी, मनीष ककवाणी, वासदेव दासवाणी, गोपाल लालवाणी ने भी अपने विचार प्रकट किये। कुटिया पर पूर्ण सेवा व सहयोग करने वाले घनष्याम चंचलाणी व पीताम्बर मंघवाणी का सम्मान किया गया।
महानगर अध्यक्ष डॉ. कैलाष षिवलाणी ने बताया कि अभ्यास वर्ग में सम्मिलित होने वाले कार्यकर्ताओं में युवा व महिला प्रतिनिधि भी सम्मिलित हुए। उन्होनंे महाराज भरतहरि के पवित्र मन्दिर के दर्षन के साथ विराटनगर में भी भ्रमण किया।
(दिलीप पारवाणी)
प्रचार सचिव,
मो.9829994888