एमजीएसयू में आयोजित होगी साहित्य अकादमी की दो दिवसीय संगोष्ठी

संस्कृति मंत्रालय के साथ एमजीएसयू की राजस्थानी कहानी पर आयोजित दो दिवसीय संगोष्ठी 25 से

केंद्रीय साहित्य अकादमी, संस्कृति मंत्रालय, नई दिल्ली “राजस्थानी कहाणी : परंपरा री ढीठ अर आधुनिकता री ओळखाण ” विषय पर अपनी दो दिवसीय संगोष्ठी महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के राजस्थानी विभाग के बीकानेर में आयोजित करेगी।
राजस्थानी विभाग की प्रभारी डॉ. मेघना शर्मा ने बताया कि 25 तारीख सोमवार से आरंभ होने संगोष्ठी में ख्यात राजस्थानी लेखक प्रो. सोहनदान चारण व कुलपति प्रो. भगीरथ सिंह की अध्यक्षता में होगी जिसमें विषय प्रवर्तन राजस्थानी भाषा परामर्श मण्डल के संयोजक मधु आचार्य ‘ आशावादी ‘ द्वारा किया जाएगा। अकादमी की और से स्वागत भाषण स्नेहा चौधरी द्वारा दिया जाएगा। दो दिवसीय संगोष्ठीमें चार सत्रों में राजस्थानी कहानी में नारी विमर्श, बदलाव के चिन्ह, संघर्ष -संवेदना, दलित विमर्श, शिल्प और भाषा विकास, युगबोध और संभावनाओं, आधुनिक राजस्थानी कहानी जैसे विषयों पर विस्तृत पत्र वाचन प्रख्यात राजस्थानी साहित्यकारों द्वारा किया जाएगा। समापन समारोह की अध्यक्षता डाॅ. लक्ष्मीकांत व्यास द्वारा की जाएगी जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में साहित्य अकादमी पुरस्कृत मालचंद तिवाडी अपने विचार साझा करेंगें।

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