जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने किया जल सेवा का आगाज

बीकानेर, 11 अप्रेल। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने गुरुवार को पी.बी.एम. अस्पताल परिसर में आम लोगों को जल पिलाकर श्री कृष्ण सेवा संस्थान व मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के सहयोग जल सेवा शिविर की शुरूआत की। इस अवसर पर अस्पताल के अधीक्षक डाॅ.पी.के.बैरवाल, डाॅ.एल.के.कपिल, संस्था अध्यक्ष श्याम सुन्दर सोनी, मैढ क्षत्रिय स्वर्णकार युवा संगठन के संजय लावट, भैराराम सोनी, गुलाब गहलोत, कमल गहलोत, नापासर के नंद लाल जोड़ा, मनोज महाराज, बाबू लाल मांडण, चन्द्र चैहान सहित गणमान्य लोग मौजूद थे।
जिला कलक्टर ने कहा कि गर्मियों के मौसम में जल सेवा सबसे पुण्यशाली कार्य है। पी.बी.एम.अस्पताल में आने वाले रोगियों व उनके परिजनों को शीतल, शुद्ध जल मिलने से सेवा करने वालों को अनुकरणीय आशीष मिलेगी । उन्होंने कहा कि नहर बंदी के इस दौर में जल की एक-एक बूंद का सदुपयोग करें । शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में कहीं भी जल व्यर्थ बह रहा हो तो उसकी सूचना तत्काल जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग को दें।
कुमार पाल गौतम ने कहा कि बीकानेर जिले का कुछ क्षेत्र डार्कजोन क्षेत्र में आ रहे है। इनमें पानी के दोहन से बहुत गहराई पर पानी मिलता है। हमें पानी को संरक्षित, सुरक्षित रखते हुए स्वयं इसका सदुपयोग करना है तथा दूसरों को भी पानी के सदुपयोग के लिए प्रेरित करना है। श्री कृष्ण सेवा संस्थान के अध्यक्ष श्याम सुन्दर सोनी ने बताया कि संस्था पिछले 10 वर्ष से अधिक समय से पी.बी.एम.अस्पताल परिसर में मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज व अन्य समाज के भामाशाहों के सहयोग से गर्मियों में पेयजल सुविधा सुलभ करवा रहा है। ट्रोमा सेंटर, जनाना अस्पताल पुरानी व नई, आपातकालीन इकाई, मोर्चरी के आगे और कैंसर अस्पताल के पास के रैन बसेरा में नियमित कैंपरों से जल सेवा का कार्य करीब तीन माह तक चलाया जाएगा। सरदार पटेल मेडिकल काॅलेज के प्राचार्य डाॅ.आर.पी.अग्रवाल ने भी जल सेवा को अनुकरणीय बताया।

भागवत कथा स्थल पर छप्पन भोग का प्रसाद
बीकानेर, 11 अप्रेल। सीताराम गेट के अंदर प्राचीन गौरी शंकर महादेव मंदिर के पास चल रहे भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में गुरुवार को भगवान श्री कृष्ण के छप्पन भोग का प्रसाद चढ़ाया गया तथा विशेष संकीर्तन भजन के साथ ठाकुरजी के भोग लगाया गया।
आयोजन से जुड़े श्याम लाल व गोपाल दास स्वामी ने बताया कि भागवत कथा के दौरान पंडित लक्ष्मी कंात महाराज ने कहा कि भाव से शुद्ध व सात्विक अनन्य भाव से लगाया गया भोग ठाकुरजी को वास्तविक रूप से समर्पित होता है। ठाकुरजी भोग में व्यंजन की बजाया भक्त के भाव को सर्वोपरि रखते है। करमा बाई का खींचड़ा हो या सबरी के झूठे बेर हो सभी में भगवान ने भक्त के भाव को देखकर उसको ग्रहण किया। भागवत कथा 13 अप्रेल तक दोपहर सवा एक बजे से शाम सवा पांच बजे तक नियमित चलेगी। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए टैंट को बढ़ाया गया है।

error: Content is protected !!