नेपाल में आयुर्वेद के औषधीय पौधे प्रचुर मात्रा में

हंसराज चोधरी का दूसरे दिन नेपाल के नारायणगढ़ में किया गया सम्मान
मोती बोर का खेड़ा (भीलवाड़ा)
भीलवाड़ा जिले के मोती बोर का खेड़ा में स्थित श्री नवग्रह आश्रम के संस्थापक हंसराज चैधरी रविवार को अपनी नेपाल यात्रा के दूसरे दिन नारायणगढ़ पहुंचे। रविवार को नारायणगढ़ के आत्म जागृति संग्रहालय में संचालित ब्रह्म राजयोग सेवा केंद्र ब्रह्मकुमारी लक्ष्मी दीदी के सानिध्य में नवग्रह आश्रम की औषधियों से केंसर रोग से मुक्ति पाने वाले लोगों की ओर से वहां जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में सम्मान समारोह व चिकित्सा संगोष्ठि का आयोजन किया गया। यहां केंद्र संचालिका ब्रह्मकुमारी लक्ष्मी दीदी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने हंसराज चैधरी का सम्मान किया तथा उनको आयुर्वेद की महत्ता को विश्व भर में फैलाने की शुभकामनाएं दी।
इस मौके हंसराज चैधरी ने कहा कि नेपाल क्षेत्र में आयुर्वेद का खुब फैलाव है। सनातन संस्कृति के अनुरूप् यहां औषधीय पौधों प्रचुर भंडार है पर सामान्य ज्ञान के अभाव यहां के लोग इसका उपयोग भी नहीं कर पा रहे है तथा केवल एक पर्यटक स्थल के रूप् में ही यहां कारोबार बढ़ता जा रहा है। नेपाल को आयुर्वेद के दृष्टिकोण से देखा जाए तो यहां औषधीय पौधे प्रचुर मात्रा में है जिनका उपयोग रोगोपचार में किया जा सकता है।
संगोष्ठि को नारायण पौडेल ने भी संबोधित किया तथा नवग्रह आश्रम की विशेषताओं को बताते हुए आयुर्वेद को आत्मसात करने पर जोर दिया। यहां से हंसराज चैधरी का पोखरा, काठमांडु सहित आस पास के अन्य क्षेत्रों में रिसर्च करने व चिकित्सा संगोष्ठियों को संबोधित करने का कार्यक्रम है।

error: Content is protected !!