नशा व्यापार से लाभ कमाने वाले भी होते हैं नशे के ही शिकार: हर्ष

अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पर हुए विभिन्न आयोजन
स्वास्थ्य विभाग की हेल्प लाइन 104 पर बिना तकलीफ छोड़ें नशा

बीकानेर। ‘‘इंटरनेशनल डे फॉर ड्रग एब्यूज एण्ड इल्लिसिट ट्रैफिकिंग’’ को नशा मुक्ति दिवस के रूप में मनाते हुए जिले भर में विभिन्न विभागों व संस्थानों ने मिलकर नशे के नाश के लिए आवाज बुलंद की। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में नशामुक्ति पर गोष्ठियां व शपथ ग्रहण कार्यक्रम किए गए। “न्याय के लिए स्वास्थ्य व स्वास्थ्य के लिए न्याय” थीम पर दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए चिकित्सा सहित अनेक विभाग एक जुट दिखे।
समाज कल्याण व चिकित्सा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में वरदान हॉस्पिटल में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में सहायक निदेशक जन संपर्क विकास हर्ष ने नशे के किसी भी प्रकार के व्यापार द्वारा लाभ कमाने को आत्मघाती करार दिया। उन्होंने कहा कि अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए अगर कोई नशे का व्यापार करता है या प्रोमोट ही करता है तो अंततोगत्वा वह भी नशे के दुष्प्रभाव का शिकार होने से नहीं बच सकता। यहाँ तक कि कोई साहित्यकार या फिल्मकार अपनी रचना में नशेड़ी चरित्र को महिमामण्डित करता है तो उससे प्रेरणा उसका परिवार भी लेगा क्योकि वो भी समाज का ही हिस्सा है। उन्होंने संचार के सभी माध्यमो व समस्त मीडिया हाउस से नशे की खिलाफत करने और समाज को सही दिशा देने की अपील की।
डिप्टी सीएमएचओ डॉ. योगेन्द्र तनेजा ने नशे को अधिकाँश असंक्रामक बीमारियों जैसे कैंसर, ह्रदय रोग, स्ट्रोक, उच्च रक्तचाप तथा टीबी जैसे कई संक्रामक रोगों के पीछे बड़ा फैक्टर बताया। वरदान हॉस्पिटल के प्रभारी डॉ. सिद्धार्थ असवाल ने नशे के प्रकार, लत, कारण, बचाव व उपचार पर व्याख्यान दिया। उन्होंने इस बुराई के सभ्य समाज व महिलाओं में प्रसारित होने पर चिंता जताई। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एल.डी. पंवार ने नशे के नुकसानों से अनपढ़ों, गरीबों या ग्रामीणों को ही नहीं बल्कि शिक्षित व उच्च आय वर्ग को भी जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया। अनुजा निगम के परियोजना निदेशक सुखमाराम द्वारा युवाओं को समय पर रोजगार से जोड़ने व मुख्य धारा में शामिल करने की आवश्यकता को रेखांकित किया। जिला आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य ने जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग के हेल्प लाइन 104 पर बिना तकलीफ के नशा मुक्ति के लिए सलाह व सेवाएं निःशुल्क उपलब्ध है जिससे हजारों व्यक्ति तम्बाकू व नशे को छोड़ अपना जीवन सुधार चुके हैं। इस अवसर पर आबकारी विभाग से लियाकत अली, राजेन्द्र भार्गव, शिव कुमार सोनी व हेमंत व्यास ने भी अपने विचार साझा किए।

रेलवे जीआरपी थाने में नशे के खिलाफ चला हस्ताक्षर अभियान
अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस पर रेलवे जीआरपी थाना व स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर नशे के अवैध व्यापार को रोकने व नशामुक्ति के लिए चलाए जा रहे अभियानों पर चर्चा की। एसएचओ मूलसिंह, मनोज आचार्य व उमेश व्यास द्वारा ने संगोष्ठी को संबोधित किया। इस अवसर पर नशे के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान को सभी पुलिसकर्मियों का पुरजोर समर्थन मिला।

स्वास्थ्य कर्मियों ने ली नशा मुक्ति की शपथ
नशामुक्ति पर स्वास्थ्य भवन में आयोजित संगोष्ठी में आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने बताया कि नशा मुक्त राजस्थान अभियान को राज्य सरकार ने फ्लैगशिप कार्यक्रमों में शामिल किया है और निश्चय ही स्वास्थ्य के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए नशामुक्त समाज जरूरी है। इस अवसर पर सभी ने नशामुक्त समाज के लिए सामूहिक शपथ ली। इस अवसर पर डिप्टी सीएमएचओ डॉ. इंदिरा प्रभाकर, नीलम प्रताप सिंह और इन्द्रजीत सिंह ढाका ने अपने विचार रखे |

error: Content is protected !!