बीकानेर, 11 अगस्त। जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के गच्छाधिपति आचार्यश्री जिन मणिप्रभ सूरिश्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्ती प्रवर्तिनी वरिष्ठ साध्वीश्री शशि प्रभा म.सा के सान्निध्य में रविवार को डागा, सेठिया पारख मोहल्ले के महावीर भवन में स्वाधीनता दिवस, जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ दिवस व सहस्ताब्दी वर्ष के उपल़क्ष्य में श्री खरतरगच्छ युवा परिषद, बीकानेर की ओर रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। शिविर में 53 युवक-युवतियांें ने रक्तदान किया वहीं अनेक युवकों ने जरूरत के मुताबिक रक्तदान करने का संकल्प लिया।
प्रवर्तिनी वरिष्ठ साध्वीश्री शशि प्रभा म.सा के नेतृृत्व में साध्वीवृृंद ने शिविर में पहुंचकर मंगलाचरण किया तथा रक्तदान महादान करने वाले श्रावक-श्राविकाओं को आशीर्वाद प्रदान किया । उन्होंने कहा कि दान मन से गुप्त रूप् से करें। दान के बाद किसी तरह का अहंकार नहीं रखे। दान के बाद अहंकार करने से पुण्य क्षीण होता है। उन्होंने रक्तदान करने की सम्पूर्ण प्रक्रिया को समझा तथा रक्तदान के लिए आई पी.बी.एम.अस्पताल की रक्तबैंक के डा.कुलदीप मेहरा व उनकी टीम के प्रति भी मंगलभावन व्यक्त की।
पूर्व में चिंतामणी जैन मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष निर्मल धारिवाल, सुगनजी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा, जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के अशोक पारख, खरतरगच्छ महिला परिषद की अध्यक्ष श्रीमती चारू नाहटा, खरतरगच्छ युवक परिषद के अध्यक्ष राजीव खजांची, वरिष्ठ श्रावक महावीर नाहटा, राजेन्द्र लूणिया, मनोज सेठिया, , जैन यूथ क्लब के अध्यक्ष सत्येन्द्र बैद, खरतरगच्छ युवक परिषद के पदाधिकारियों व सदस्यों ने सामूहिक रूप से नवंकार महामंत्र का उच्चारण कर, भगवान महावीर के चित्र के आगे दीप प्रज्जवलित कर शिविर का आगाज किया। वरिष्ठ श्रावकों व खरतरगच्छ युवक परिषद के अध्यक्ष राजीव खजांची व अन्य कार्यकर्ताओं ने रक्तदान करने वालों को पत्र से सम्मानित किया । के.यू.प.कार्यकर्ताओं ने रक्तदान करने वालों के स्वास्थ्य के प्रति पूर्ण सचेष्टा रखते हुए रक्तदाताओं की हौसला अफजाई की।
’’क्या करोगे तब जब प्राण तन से निकले’’ खरतरगच्छ दिवस के उपलक्ष्य में 12 अगस्त सोमवार को सुबह नौ बजे से प्रवर्तिनी साध्वीश्री शशि प्रभा म.सा. के सान्निध्य में ’’क्या करोगे तब जब प्राण तन से निकले’’ कार्यक्रम होगा। कार्यक्रम में चैन्नई बंधुबेलड़ी के मोहन भाई-मनोज भाई आत्म चेतना के गीतों की प्रस्तुतियां देंगे। तपस्वी गायकों के सम्मान में अनेक श्रावक-श्राविकाएं नीवीं व अन्य तपस्याएं करेंगे।
दूसरों की अच्छाइयां देखे-प्रवर्तिनी साध्वीश्री शशि प्रभा म.सा. ने रविवार को नियमित प्रवचन में कहा कि दूसरों की अच्छाईयां व अपनी बुराइयां देखे। दूसरों की अच्छाइयों को ग्रहण करें तथा अपनी बुराइयों को दूर कर अच्छा इंसान बने। सद्बुद्धि तथा सद्ज्ञान को रखते हुए कर्मों के बंधनों से बचे तथा भगवान महावीर की वाणी, मार्ग व उनके अनुयायियों साधु-साध्वियों के प्रति श्रद्धा व विश्वास रखे। सम्यक्् दर्शन प्राप्ति के अनेक फार्मुले है इनमें भगवान के प्रति अटूट श्रद्धा व विश्वास, सांसारिक विषय वस्तुओं व भोगों के प्रति अनासक्ति, आत्मा व परमात्मा के प्रति आसक्ति भी है। अनंतानुबंधित कर्मों से सावधान रहने व संसार के प्रति आसक्ति के त्याग ने पर सम्यक दर्शन का मार्ग मिलता है।
उदयरामसर में पूजा- प्रवर्तिनी साध्वीश्री शशि प्रभा म.सा के सान्निध्य में साध्वीश्री संयम प्रज्ञा व स्थित प्रज्ञा के नेतृृत्व में रविवार को उदयरामसर के जैन मंदिर में आधि, व्याधि, रोग व शोक निवारक ’’उव्वस्वगहरम््’ स्तोत्र से महापूजन किया गया। पूजन में बड़ी संख्या में गंगाशहर, भीनासर, बीकानेर व उदयरामसर के श्रावक-श्राविकाओं ने हिस्सा लिया।
हिमांशु सेठिया
प्रचार मंत्री केयूप
मोबाइल 8005599807