पींघे में झूले… झूलेलाल… भजनों से समा बांधा, लिलिपोंड पर झूमा सिन्धी समाज

बीकानेर 23 अगस्त 2019 शुक्रवार । पींघे में ( पींघा = बच्चों का परम्परागत झूला ) झूले… झूलेलाल साईं… बेड़ी पार लगाईं… भजनों पर थिरकते झूमते सिन्धी समाज के कलाकारों ने समा बांध दिया। युवाओं ने छेज लगाकर खुशी जाहिर की। अवसर था संत कंवरराम सिन्धी समाज ट्रस्ट के तत्वावधान में शुक्रवार को चालिया महोत्सव के तहत “पींघे में झूले झूलेलाल” के आयोजन का।
भारतीय सिंधु सभा, मातृ शक्ति सत्संग मंडल सहित समाज की सहयोगी संस्थाओं के सहकार से हुए कार्यक्रम में झूलेलाल जी की आराधना के बाद चालिया महोत्सव मनाए जाने संबंधी परम्परा के बारे में महिला अध्यक्ष भारती ग्वालानी ने जानकारी साझा की। समाज की महिला गायिका कलाकारों भारती ग्वालानी, रुक्मणी वलीरमानी, गोपी वलीरमानी, कलादेवी, वर्षा लखानी, देवी नवानी, कान्ता हेमनानी, कमला सदारंगानी, चन्द्रावती, कविता ग्वालानी, जया हेमनानी ने झांझ, मंजीरा आदि सिन्धी वाद्ययंत्रों के साथ भजनों की प्रस्तुति दी। इसके अलावा भक्ति संगीत में समाज के युवा गायक मनीष भगत, मोहन सदारंगानी, लक्ष्मण किशनानी, धर्मेन्द्र बेलानी ने झूलेलाल की कथा के साथ भजन सुनाए। मछलियों को अखो अर्पित किया गया। सुरेश केशवानी, गणेश सदारंगानी और विद्यादेवी ने संयुक्त रूप से पल्लव आरती के बाद समाज सहित नगर और देश में खुशहाली की अरदास करवाई। किशन सदारंगानी ने बताया कि शाम को झूलेलाल मंदिर धोबीतलाई में महिला मंडली द्वारा दीपमाला का आयोजन हुआ जिसमें बच्चों और युवतियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया । चालीस दिन चलने वाले चालिया महोत्सव की पूर्णाहुति पर 24 अगस्त को सुबह धोबीतलाई में प्रभात फेरी निकाली जाएगी तथा दिनभर विभिन्न आयोजन होंगे । देरशाम को ज्योति विसर्जन के बाद चालिया महोत्सव की विधिवत पूर्णाहुति होगी।

— किशन सदारंगानी 9414952790

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