मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का वर्ष 2020-21 का वार्षिक बजट बेहद निराशाजनक है। मुख्यमंत्री की अधिकाँश बजट घोषणा केंद्रीय योजनाओं को राज्य में अमलीजामा पहनाना मात्र है। पुर्वर्ती भारतीय जनता पार्टी की योजनाओं के नाम बदल कर नए सिरे से शुरुआत मात्र है।इस बजट में राजस्थान की जनता के लिए कुछ भी विशेष नही है इस बजट को किसी भी प्रकार से विकास उन्मुख नही कहा जा सकता। राजस्थान में उद्योग धंधों को विकास के रास्ते पर लाने की कोई योजना नही है। जो घोषणाएं है उनका आधार भूत ढांचा नही है। शुद्ध के लिए युद्ध की बात की गई है लेकिन जांच लैब का अभाव है। 50हज़ार स्वरोजगार की बात की गई है लेकिन स्किल प्रशिक्षण केंद्रों का अभाव है। शिक्षा की बात की जा रही है लेकिन स्कूल में सुविधाओं के नाम पर आर्थिक तंगी है। चिकित्सा की बात की गई है लेकिन चिकित्सक,नर्सिंग कर्मी और दवाइयों का अभाव है। चिकित्सा व्यवस्था चरमराई पड़ी है।
बीकानेर के लिए आज का बजट निराशाजनक है लगातार दुसरे वर्ष सौतेले व्यहवार के लिए ये बजट याद किया जाएगा। शहर की सड़कों के रखरखाव के लिए 7 करोड़ की राशि ऊंट के मुह में जीरे के बराबर है। रेलवे क्रासिंग को ले कर एक बार फिर बीकानेर के मंत्री पूर्ण रूप से असफल साबित हुए है।
सरकार के पास घोषणाओं को लागू करने के लिए न तो आर्थिक संसाधन है ना ही लागू किये जाने की योजना है।
अखिलेश प्रताप सिंह
जिलाध्यक्ष, भाजपा, बीकानेर(,शहर)