केबिनेट मंत्री साले मोहमद की अनूठी पहल

खुद के फ़ोन नम्बर जारी किए,कहा जरूरतमंद सीधे उन्हें फ़ोन करे।।

जैसलमेर लॉक डाउन के दोरान जैसलमेर व प्रदेश के अन्य ज़िलों के लोगों के
दूसरे राज्यों में फंसे होने पर केबिनेट मंत्री साले मोहमद ने अपील ज़ारी
कर मदद का दिया आश्वासन व दिए अपने नंबर, कॉल करने पर मिलेगी मदद.

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में 21 दिन का लॉकडाउन जारी
है। इस वजह से जैसलमेर ज़िले के बाहर काम करने वाले के लोग फंस गए हैं
और वे अपने घर वापस आने में असमर्थ हैं। ऐसे लोगों की मदद के लिए अब
राजस्थान सरकार आगे आई है। इन लोगों को सहायता पहुंचाने के लिए राज्य
सरकार के केबिनेट मंत्री ने अपील ज़ारी कर लोकडाउन को सफ़ल बनाने की अपील
ज़ारी की व किसी भी मुसीबत में साथ खड़े रहने का वायदा किया. केबिनेट
मंत्री ने विडीओ ज़ारी कर अपील की हे व अपनी की तरफ से नंबर जारी किए गए
हैं। इन नंबरों पर कॉल कर लोग देश के किसी भी स्थान से सहायता मांग सकते
हैं।
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जैसलमेर :- केबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद फकीर परिवार ने हजार परिवारो की
सहायता की जिम्मेदारी ली*।

जैसलमेर राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री शलेमोहम्मद फकीर परिवार ने
जैसलमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रो के एक हजार परिवार को सहायता सामग्री
उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी ली। जिले के दूरदराज गांवों व ढाणियों में
रहने वाले 1000 जरूरतमंद परिवारों के लिए भेजा राशन का समान। कोरोना
वायरस (COVID-19) के संक्रमण की आशंकाओं के बीच जिले में चल रहे लॉक डाउन
के दौरान ग्रामीण इलाकों में निवास करने वाले गरीब तबके व जरूरतमंद
परिवारों की सहायता के लिए फ़क़ीर परिवार व टीम अमरदीन फ़क़ीर के सहयोग से आज
एक हजार परिवारों के लिए राशन के समान के किट कैबिनेट मंत्री शाले
मोहम्मद के निवास से विभिन्न गाँवो व ढाणियों के लिए रवाना किये गए।
प्रधान अमरदीन फ़क़ीर ने बताया कि इस कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप से
प्रभावित हुए जैसलमेर ग्रामीण वासियों की सहायता हेतु प्रथम चरण में आज
1000 परिवारों के लिए राशन सामग्री भेजी जा रही है तथा कुल 21 लाख रुपए
की राशन की सामग्री आगे के चरणों मे भेजी जाएगी। इस प्रकार के सहयोग आगे
भी निरंतर जारी रहेगा जिससे इस विपदा की घड़ी में ग्रामीण वासियों की अधिक
से अधिक सहायता की जा सके। दौरान नगरपरिषद सभापति हरिवल्लभ कल्ला, खट्टन
खां, उपस्थित रहे।
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पोकरण आइसोलेसन वार्ड से फरार हुए भर्ती चार संदिग्ध वापस आइसोलेसन में लौटे

जैसलमेर सरहदी जिले जैसलमेर में मंगलवार को कर्णाटक से आये स्थानीय 38
लोगो को एहतियात के चलते पोकरण स्थित अम्बेडकर छात्रावास आईसोलेशन सेंटर
पर भर्ती किया ।इनमे पोकरण के अम्बेडकर छात्रावास स्थित आइसोलेशन वार्ड
में भर्ती 4 मरीजों के फरार हो जाने के कारण पूरा प्रशासन अलर्ट मोड पर आ
गया । चारो फरार मरीज बुधवार सुबह खुद ही वापस लौट आये ,उन्हें आइसोलेसन
में रखा गया हैं बाहरी राज्यों से आए मजदूरों को प्रशासन द्वारा
क्वारेंटाइन के लिए समाज कल्याण विभाग के छात्रावास में रखा गया था।
लेकिन इनमें से चार मरीज मंगलवार को बिना किसी की अनुमति से वहां से फरार
हो गए। इस संबंध में चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने उपखंड अधिकारी को
सूचित किया था । साथ ही स्थानीय प्रशासन द्वारा इन मरीजों की तलाश भी
शुरू कर दी गई थी । कोरोना वायरस को लेकर बाहरी राज्यों से आने वाले
लोगों को क्वारेंटाइन करने के लिए अलग अलग स्थानों पर स्थानीय प्रशासन
द्वारा आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। आइसोलेशन वार्ड में स्थानीय प्रशासन
द्वारा मरीजों को क्वारेंटाइन किया जा रहा है। जिसके चलते चिकित्सा विभाग
ने कर्नाटक से आए मजदूरों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। इसी बीच
ईशाक खां पुत्र आरब खां निवासी हिरानियों की ढाणी ऊजलां, मजीद खां पुत्र
रईस खां निवासी माड़वा, सबीर पुत्र रहमतुल्ला निवासी पंचपिपली रामदेवरा,
इलियास पुत्र रहमतुल्ला निवासी माड़वा को क्वारेंटाइन करने के लिए भर्ती
किया गया था। जो नासाझी के कारन चले गए बुधवार सुबह वापस लौट आये ,

गायब हुए युवक खुद लौट आये

खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. लोंग मोहम्मद राजड़ ने बताया कि कर्नाटक
से आए इन चाराें मजदूरों की मंगलवार सुबह चिकित्सकों की टीम ने
स्क्रीनिंग थी। इसमें सभी सामान्य थे। इस आइसोलेशन वार्ड में तीन टीचर
नियुक्त थे। लेकिन दोपहर में यह चारों छात्रावास की दीवार दीवार फांद कर
वहां से फरार हो गए।बुधवार सुबह ये चारो वापस लौट आये अभी आइसोलेसन में
हैं
क्वारेंटाइन को एकांतवास समझें न की अज्ञातवास

जिला कलेक्टर नामित मेहता ने भर्ती लोगों से अपील कि क्वारेंटाईन में आए
लोग इस समय को एकांतवास समझे न की अज्ञातवास। कोरोना वायरस के संक्रमण को
रोकने और बाहरी राज्यों से आए लोगों को क्वारेंटाइन करने के लिए बनाए गए
आइसोलेशन वार्ड में चिकित्सकों द्वारा मरीजों को भर्ती करने की प्रक्रिया
की जा रही है। इसमें अलग अलग जगहों पर लोगों को रखा जा रहा है। लेकिन इन
दिनों आइसोलेशन वार्ड में भर्ती यह लोग क्वारेंटाइन को किसी अज्ञातवास से
कम नहीं समझ रहे हैं।

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vvvimp news
जैसलमेर सहित तीन जिलों में सेनेटाइज करवा लोगो में कोरोना का डर खत्म करने के साथ
जागरूक किया भामाशाह कानोड़ ने

चंदन सिंह भाटी

जैसलमेर सरहदी जिलों में कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर लोगो में
जबरदस्त भी व्याप्त था ,इस अनहोनी से लोगो के मन में वायरस को लेकर कई
आशंकाएं घर कर गयी ,लोग संदिघ्धू के बढ़ने के साथ खुद को सरक्षित महसूस
करने लगे ,लॉक डाउन के बाद भी लोग कोरोना वायरस के संक्रमण के अनजाने भय
से खौफजदा थे ,ऐसे में युवा उद्द्यमी किशोर सिंह कानोड़ ने लोगो के मन से
कोरोना का भी खत्म करने और लोगो को जागरूक करने के उद्देश्य से जैसलमेर, बारमेर
,और जालोर जिलों को पूर्णत सेनेटाइज कर लोगो को सुरक्षित करने की

पहल की ,बारमेर शहर को करीब पांच हजार सोडियम हाइपो क्लोराइड से पूर्णतः
सेनेटाइज करवाया।राजस्थान में बाड़मेर पूर्णत सेनेटाइज होने वाला पहला
जिला था ,बाड़मेर शहर सेनेटाइज होने के बाद लोग खुद को सुरक्षित समझने लगे
साथ ही इन जंग से लड़ने का उनका आत्म विश्वास भी लौट आया ,ऐसे ही भामाशाह
किशोर सिंह कानोड़ ने बालोतरा ,जैसलमेर और जालोर जिलों को सेनेटाइज करवाने
में भी अपना योगदान दिया ,बालोतरा सहित जालोर और जैसलमेर जिला प्रशासन को
हाइपो क्लोराइड की खेफ भेज सेनेटाइज कराने में सहयोग किया ,आपदा की इस
घडी में कानोड़ अपने सरहदी जिलों की आम ओ अवाम के साथ मदद में खड़े रहकर
उनको कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग लड़ने में हौसला अफ़ज़ाई की ,जैसलमेर
प्रशासन को एक हजार लीटर हाइपो क्लोराइड उपलब्ध कराया व्ही अब कानोड़ ने
बारमेर जिले के बड़े गाँवो और कस्बो को सेनेटाइज करने का कार्य शुरू किया
,बुधवार को सिणधरी कसबे में सेनेटाइज का कार्य आरम्भ हुआ ,व्ही परेउ
,गिड़ा जैसे छोटे कसबे भी सेनेटाइज हो रहे हैं ,करीब तरह हजार हिपो
क्लोराइड केमिकल किशोर सिंह कानोड़ ने उपलब्ध कराया ,इसकी कीमत का तो पता
नहीं मगर इसकी जी एस टी लाखो रुपयों में आई हैं , आपदा की इस स्थति
से सरहदी जिलों को उबरने के लिए जिस तरह किशोर सिंह दूत बनकर आये लोग
उनको साधुवाद दे रहे ,

एक हज़ार लीटर से पुलिस विभाग को सेनेटाइज किया

भामाशाह किशोर सिंह कानोड़ ने बताया की इस आपदा की घड़ी में राजस्थान पुलिस
लोगो की मददगार बनकर सामने आई ,पुलिसकर्मी अपने परिवारों को भुलाकर लोगो
की मदद में जुटी हैं ,ऐसे में बारमेर की पुलिस को सेनेटाइज करने का
जिम्मा लिया , एक हजार लीटर हाइपो क्लोराई बारमेर पुलिस अधीक्षक आनंद
शर्मा को सौंपा ताकि पुलिस थाने और पुलिस लाइन सहित पुलिसकर्मियों को
सेनेटाइज किया जा सके ,

कौन हे कानोड़

किशोर सिंह कानोड़ बाड़मेर जिले ले बायतु उपखण्ड के कानोड़ गांव निवासी हे
,पुलिस में सिपाही थे ,बाद में उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू कर दिया
,राजनीती में भी उनकी रूचि रही ,गत विधानसभा चुनावो में बहुजन समाज
पार्टी की टिकट पर बायतु विधानसभा से चुनाव लाडे थे , बहरहाल संकट की इस
घड़ी में किशोर सिंह ने जिलों के प्रति अपनी जिम्मेदारी मान मदद को आगे
आये ,
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*लॉकडाउन – अनियमितता पाए जाने पर राशन डीलर का लाइसेंस निलंबित*

जैसलमेर लॉक डाउन के दौरान राशन सामग्री वितरण के लिए दिए गए निर्देशों
की पालना नहीं करने और अनियमितता बरतने पर जैसलमेर शहर के एक राशन डीलर
को जारी लाईसेंस तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।
जिला रसद अधिकारी भागुराम महला ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को
रोकने के लिए राज्य में लॉकडाउन होने से राज्य सरकार द्वारा सभी उचित
मूल्य दुकानदारों को स्पष्ट निर्देश हैं कि सभी उचित मूल्य दुकानदार पूरे
माह के दौरान उचित मूल्य दुकान खोलना सुनिश्चित करेंगे।
इसकी अनुपालना की जाँच के अन्तर्गत रसद विभागीय प्रवर्तन स्टॉफ द्वारा
जिले की सभी उचित मूल्य दुकानों का सघन निरीक्षण किया जाकर सभी उचित
मूल्य दुकानदारों को उपभोक्ताओं को पुरे समय राशन सामग्री वितरण हेतू
पाबंद किया जा रहा है।
इसी दौरान प्रवर्तन निरीक्षक सवाई राम द्वारा निरीक्षण के दौरान उचित
मूल्य विक्रेता महेन्द्र शर्मा द्वारा चालु माह की राशन सामग्री का वितरण
अभी तक नहीं करने एवं उचित मूल्य दुकान बंद पाई जाने की अनियमितता किए
जाने पर इनको जारी प्राधिकार तुरन्त प्रभाव से निलंबित किया जाकर इस उचित
मूल्य दुकान की वैकल्पिक व्यवस्था प्रेम कुमार भार्गव, उचित मूल्य
विक्रेता अम्बेडकर कोलोनी को सौंपी गई।

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*जिला कलक्टर एवं एसपी ने किया जिले का दौरा,*
*रामदेवरा में प्रवासी श्रमिकों के लिए किए प्रबन्घों का जायजा लिया*

जैसलमेर, 1 अप्रेल/जिला कलक्टर नमित मेहता एवं जिला पुलिस अधीक्षक डॉ.
किरण कंग ने बुधवार को जैसलमेर जिले के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया
और लॉक डाउन से संबंधित व्यवस्थाओं के साथ ही कोरोना संक्रमण से बचाव एवं
रोकथाम के लिए जिले में किए जा रहे ऎहतियाती उपायों के बारे में जानकारी
ली।
जिला कलक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक ने पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों
के साथ रामदेवरा में प्रवासी श्रमिकों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा
लिया और इनसे संबंधित तमाम प्रबंधों के बारे में अधिकारियों से चर्चा की।

*700 से अधिक श्रमिकों की स्क्रीनिंग हुई*
*रोज स्क्रीनिंग करने के दिए निर्देश*
जिला कलक्टर एवं एसपी को बताया गया कि मौके पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
विभाग की टीम ने 700 से अधिक श्रमिकों की मेडिकल स्क्रीनिंग की गई। जिला
कलक्टर ने इन सभी लोगों की रोजाना स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए।

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