भेदभावपूर्ण कार्यवाही कर आदिवासियों के घरों को उजाड़ा

प्रशासन ने भेदभावपूर्ण कार्यवाही कर आदिवासियों के घरों को उजाड़ा sc-st एकता मंच के संयोजक लक्ष्मण बडेरा ने भेदभाव पूर्ण कार्रवाई करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की sc-st एकता मंच बाड़मेर के संयोजक लक्ष्मण बडेरा ने प्रेस बयान जारी कर बताया कि बाड़मेर जिले की गडरा रोड तहसील के गांव लांबड़ा मे गांव के ताकतवर लोगों के इशारों पर वर्षों से निवास कर रहे भूमिहीन आदिवासी परिवारों को सरकारी अफसरों के साथ मिलीभगत कर जेसीबी से उनके घरों को तोड़कर बेघर करना अमानवीय कृत्य किया हैं ऐसा करते समय सरकार के अधिकारियों ने जरा भी नही सोचा गरीब लोग कोरोना काल व बरसात के मौसम में कहां जाएंगे उनके लिए कोई रहने की व्यवस्था नहीं इसलिए वह सरकारी भूमि में बैठे हैं मजदूर नेता लक्ष्मण बडेरा ने अधिकारियों को आगाह किया केवल मात्र एक आदिवासी को निशाना बनाना ठीक नहीं है प्रशासन की नाक के नीचे हजारों की संख्या में लोग गोचर में घर बनाकर निवास कर रह रहे हैं लेकिन वह ऊंची जाति के होने के कारण ताकतवर लोगों के साथ में संरक्षण प्राप्त करे हुए हैं इस कारण उन लोगों को प्रशासन हाथ नहीं लगाता आदिवासी लोगों को गुलाम बनाने के लिए उनके घरों को उजाड़ा गया है तहस नहस किया गया है और बरसात के मौसम में उनको खुले आसमान के नीचे प्रशासन ने छोड़ दिया एकता मंच के संयोजक लक्ष्मण बडेरा ने सरकार को चेताया कि इस समय अगर कोई किसी प्रकार की जनहानि हुई तो सरकार की जिम्मेदारी होगी और सरकार को इसका जवाब देना पड़ेगा एकता मंच के संयोजक लक्ष्मण बडेरा ने सरकार से मांग की है गोचर भूमि में होने की वजह से अगर हटाया है तो गढ़रारोड तहसील के सभी गांवों में जितने भी लोग गोचर भूमि में हैं उसको तत्काल हटाए अन्यथा एक आदिवासी परिवारों को निशाना बनाना प्रशासन द्वारा की गई भेदभाव पूर्ण कार्रवाई है जिसे सहन नहीं किया जाएगा सरकार को इन अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए और जब तक आदिवासियों के घर की व्यवस्था नहीं हो तब तक उनको रहने खाने का इंतजाम सरकार को करना चाहिये।

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