राजस्थान सिन्धी अकादमी 6 पाण्डुलिपियों को प्रकाशन सहयोग देगी

जयपुर, 15 जनवरी (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी वित्तीय वर्ष 2020-21 में ’’पाण्डुलिपि प्रकाशन सहयोग योजना’’ में राजस्थान के 6 सिन्धी लेखकों की अप्रकाशित पाण्डुलिपियों को प्रकाशन सहयोग देगी। अकादमी प्रशासक एवं जयपुर संभागीय आयुक्त डॉ.समित शर्मा ने बताया कि अकादमी की पाण्डुलिपि प्रकाशन सहयोग योजना में राज्यभर के साहित्यकारों की प्राप्त पाण्डुलिपियों में से 6 श्रेष्ठ पाण्डुलिपियों का चयन किया गया है। इस योजना में प्रत्येक साहित्यकार को 20,000/- रू. की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी।

अकादमी सचिव संजय झाला ने बताया कि 15 पाण्डुलिपियों में से श्रेष्ठ चयनित पाण्डुलिपियों में अजमेर के श्री जीवत केसवानी की पाण्डुलिपि ’’भाषा ऐं भाषा विज्ञान’’, जयपुर की सुश्री गायत्री की पाण्डुलिपि ’’सुर सूरमियूं’’, जयपुर की सुश्री रिन्ने मीराजा ’कुमार’ की पाण्डुलिपि ’’गादी नशीन’’, जयपुर के श्री रमेश रंगानी की पाण्डुलिपि ’’साहुराणा सुख’’, जोधपुर के श्री दिलीप कुमार केसानी की पाण्डुलिपि ’’अधूरी दास्ताँ’’ एवं जयपुर की डॉ.माला कैलाश की पाण्डुलिपि ’’रिश्तनि जा उफ़कु’’ सम्मिलित हैं।

(संजय झाला)
सचिव

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